लखनऊ: अपने बयानों के लिए चर्चित समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने इलाहबाद का नाम बदले जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। साथ ही सरकार को चुनौती दी कि ताजमहल को गिराकर वहां पर शिव मंदिर बनाया जाए। इलाहबाद का नाम बदल कर प्रयागराज रखे जाने के सवाल पर आजम खान ने कहा कि सवाल अकबर और औरंगजेब का नहीं है। आपको किसी जमाने में याद होगा किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज का नाम बदला गया था, लेकिन पूरी दुनिया में उस पर विरोध हुआ था और आखिरकार किंग जॉर्ज किंग जॉर्ज ही रहा। कई सरकारें आईं और उन्होंने बार-बार नाम बदले लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कुछ नाम ऐसे होते हैं जिन्हें हटाना आसान नहीं होता। मिसाल के तौर पर रामपुर का नाम ही लीजिए। नवाब मुस्तफा अली खान ने इसका नाम मुस्तफाबाद रखा, आप ये जानते हैं कि रामपुर मुसलमानों की बहुलतावाली बस्ती है। यहां मुस्लिम नवाब रहे हैं। यहां रियासत रही है, ये और ऐसी रियासत रही कि यहां के नवाब की कुर्सी मलिका विक्टोरिया की कुर्सी के बराबर में दाहिने हाथ पर पड़ती थी। नवाब मुस्तफा अली खान ने इसका नाम मुस्तफाबाद रखा लेकिन मुसलमानों की बहुलता के बाद भी मुसलमानों ने इसे मुस्तफाबाद नहीं कहा। आजम खान ने कहा कि सारे पेपर्स, सारे रजिस्टर्स यहां तक की कई जगहों पर आपको मुस्तफाबाद लिखे पत्थर भी मिल जाएंगे। तो नाम ऐसी चीज है जो दिलों पर लिखी होती है। रामपुर मुस्तफाबाद नहीं हो सका क्योंकि मुस्लमान खुले दिल के थे। वो राम में और मुस्तफा में फर्क नहीं करते थे। अब जो लोग हैं उनके बारे आप ज्यादा बेहतर जानते है क्योंकि वो ईद नहीं मानते हैं। सराकर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का अगला यह कदम होगा कि मुसलमान अपना नाम भी बदलने लगे, आजम खान ने बीजेपी की 2019 की चुनावी तैयारियों को लेकर पूछे गए सवाल पर कुछ इस तरह कहा कि देखिये अगर 2019 की तैयारी भारतीय जनता पार्टी को करनी है तो हमारी बात मानें या तो 10 करोड़ नौजवानों को नौकरी दें जैसा वादा किया था। मोदी को बादशाह कहते हुए आजम खान ने कहा कि बादशाह ने दावा किया था कि हर साल 2 करोड़ लोगों को नौकरी मिलेगी। उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि चलो ताजमहल को गिराकर शिवमंदिर बनाया जाए। हम कह तो रहे हैं कि चलो ताजमहल गिराते हैं। क्यों नहीं बनेगा शिवजी का मंदिर, बाबरी मस्जिद गिराई जा सकती है क्योंकि उसकी कोई कीमत नहीं थी, उससे कोई आमदनी नहीं होती थी। ताजमहल नहीं गिराया जाएगा क्योंकि इससे तो करोड़ों की कमाई होती है। आजम खान ने मी टू मामले में घिरकर अपना इस्तीफा देने वाले एमजे अकबर के मामले पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को या कम से कम प्रधानमंत्री जी को बात साफ करनी चाहिए और जो भी महसूस करते हैं वो कहना चाहिए।