नैनीताल: तिब्बत की आजादी के समर्थन में भारतीय राजनेताओं का समर्थन जुटाने के मकसद से तिब्बती युवा कांग्रेस की भारत जागरण यात्रा नैनीताल पहुंच गयी है। इस दौरान भारत के विधायकों से विधान सभा में तिब्बत मुद्दे को उठाने तथा तिब्बत मामले में नैतिक समर्थन देने की अपील की गई। साथ ही हाल ही में डोकलाम विवाद को चीन की विस्तारवादी नीतियों का नतीजा करार दिया है।
शनिवार को तिब्बती बाजार में तिब्बती यूथ कांग्रेस के सांस्कृतिक सचिव ताशी डूह्ंडूप व फाइनेंस सचिव डीके लाह्मो ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि तिब्बत में चीन के अवैध कब्जे को मौलिक अधिकारों का हनन करार देते हुए कहा कि भारत तिब्बत लंबे समय से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक रूप से जुड़े पड़ोसी देश हैं।
चीन द्वारा तिब्बत में डंपिंग जोन बनाने, सिन्धु, सतलुज व ब्रह्मपुत्र नदी पर बांध के लिए अंधांधुंध पेड़ों का कटान कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है। कहा कि तिब्बत की आजादी ही भारत की सुरक्षा व हिमालय क्षेत्र में शांति स्थापित करने का एकमात्र विकल्प है। ऐसे में भारत सरकार को तिब्बत नीति की समीक्षा कर यह इस प्रस्ताव को मान्यता देना चाहिए कि तिब्बत स्वतंत्र देश था, जिस पर चीन ने कब्जा कर रखा है। इस मौके पर तिब्बती समुदाय के नेता पीजी सिथार, तिब्बती युवा कांग्रेस के येसी थुप्तेन आदि मौजूद थे।