बुलंदशहर बवाल में मारे गए पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार का बुरा हाल है। उनकी पत्नी रजनी रो-रोकर बेसुध हो रही हैं। जब भी होश आता है तो वो सिर्फ यही कह रही हैं कि मेरे पति को लौटा दो…मेरे पति को लौटा दो। दोनों बेटे भी सदमे में हैं। परिजन किसी तरह उन्हें संभाल रहे हैं।
पत्नी रजनी को अभी भी यकीन नहीं हो रहा है कि उनके पति सुबोध कुमार अब इस दुनिया में नहीं है। वो बिलख रही हैं। सबके आगे हाथ जोड़कर रही हैं और कह रही हैं कि मेरे पति को लौटा दो। उन्हें परिवार की महिलाएं संभाले हुए हैं। सुबोध कुमार के दो बेटे अभिषेक और श्रेय भी सदमे में हैं। पिता की हत्या ने दोनों को झकझोर दिया है।
मंगलवार को इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का पार्थिव शरीर एटा पुलिस लाइन लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। इस मौके पर एडीजी अजय आनंद, डीआईजी प्रीतिंदर सिंह, डीएम आईपी पांडेय, एसएसपी आशीष तिवारी ने श्रद्धाजंलि दी।
पुलिस लाइन में तिरंगे में लिपटा पति का शव देखकर रजनी बिलख पड़ीं। रोते रोते बेहोश हो गईं। महिलाओं ने उन्हें किसी तरह संभाला। जब होश आया तो डीआईजी प्रीतिंदर सिंह के आगे हाथ जोड़कर बोलीं, मेरे पति को लौटा दो। आपके पास तो बहुत फोर्स है। रजनी की यह हालत देख पुलिस अफसरों की आंखें भी नम हो गईं।
बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र के गांव महाव में सोमवार को गोकशी की सूचना पर बवाल हो गया था। भीड़ ने पुलिस चौकी को फूंक दिया। कई वाहन आग के हवाले कर दिए। इस दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना में एक युवक भी मारा गया।