तुम जियो हज़ारों साल, साल के दिन हो पचास हज़ार…
लखनऊ : आर्यकुल ग्रुप ऑफ कालेज की नींव रखने वाले बाबू के.जी. सिंह का जन्मदिन कालेज के सेमिनार हाल में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कालेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने अपने पिता बाबू के.जी. सिंह के सम्मान में कहा………
तुम जियो हज़ारों साल, साल के दिन हो पचास हज़ार।
सूरज रोज़ आता रहे रोज़ गाता रहे, ले के किरणों के मेले।
पलछिन कलियां गिन गिन तेरा हर दिन, तब तक रंगों से खेले।
रंग जब तक बाकी है बहारों में, तुम जियो हज़ारो साल।
साल के दिन हो पचास हज़ार…
यहा वहा शाम हो चाहे जहा, यू ही झूमे शमा सुनके तुम्हारी बातें
प्यार लिए चांद का टीका लिए, यू ही जुगनू लिए चमके तुम्हारी रातें।
नूर जब तक बाकी है सितारो में, तुम जियो हज़ारो साल।
साल के दिन हो पचास हज़ार …।
श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान में कालेज और परिवार जिन ऊंचाईयों पर पहुंचा है उसमें उनके पिता श्री बाबू के.जी.सिंह का ही योगदान है। मैंने अपने पिता का कहना माना और आज मैं शिक्षा में आर्यकुल कालेज के माध्यम से समाज में उजियारा फैलाने का कार्य कर रहा हॅू। इसलिए मेरा कहना है कि प्रत्येक बच्चे को अपने माताकृपिता का सम्मान करना चाहिए। जन्मदिन सम्मान समारोह में बोलते हुए बाबू के.जी. सिंह ने कहा कि असली शिक्षक वह है जो बच्चों के दिमाग के साथ दिल को पढ़ना जाने। इसके साथ ही उन्होंने कॉलेज के शिक्षकों व समस्त स्टाफ को नये वर्ष की शुभकामनायें दी।
इस अवसर पर पर विद्यालय के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी, मैनेजमेन्ट एवं एजुकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष अंकिता अग्रवाल, फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष आदित्य सिंह, बी0टी0सी0 पाठ्यक्रम के प्राचार्य एस.सी. तिवारी के साथ ही एच.आर. सुश्री नेहा वर्मा षिक्षको में डा0 शशांक तिवारी, डा0 स्तूति वर्मा, डा0 नवनीत बत्रा, अब्दुल रब खान, विनीता दुबे, गीता मिश्रा, हर्ष नारायण सिंह, रोहित सिंह, निधि कुमारी, पंकज यादव, त्रिभुवन चौरसिया आदि उपस्थित रहेे।