दस्तक टाइम्स/एजेंसी- नई दिल्ली. जी-20 समिट के लिए तुर्की पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी की सिक्युरिटी के मकसद से एक स्पेशल प्लान तैयार किया गया है। तुर्की के अंकारा और एंटाल्या शहरों में मोदी को सिक्युरिटी देने के लिए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई-5 के एजेंट्स भी मौजूद रहेंगे। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने यह प्लान तैयार किया है।
अक्टूबर में हुई घटना के वजह से बदला प्लान
तुर्की की राजधानी अंकारा में 10 अक्टूबर को दो ब्लास्ट हुए थे। इनमें 102 लोग मारे गए थे। इसके बाद शुक्रवार रात फ्रांस की राजधानी पेरिस में भी आतंकी हमले हुए। इन दोनों घटनाओं के बाद इंडियन सिक्युरिटी एजेंसियां मोदी की सुरक्षा को लेकर बेहद अलर्ट हैं। सूत्रों के मुताबिक, हमले की स्थिति में पीएम को सुरक्षित निकालने के लिए एक इमरजेंसी प्लान तैयार किया गया है।
मोदी की सुरक्षा में विदेशी चेहरे
बताया जाता है कि कुछ विदेशी एजेंट्स तुर्की पहुंच चुके हैं। इनके बारे में माना जा रहा है कि ये मोसाद और एमआई-5 के एजेंट्स हैं।
ये विदेशी एजेंट्स भारतीय एजेंट्स के साथ मिलकर मोदी को सिक्युरिटी कवर देंगे।
इंडियन सिक्युरिटी एजेंसियां (एसपीजी, रॉ, आईबी) वहां पहले ही मौजूद हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मोदी की सिक्युरिटी के लिए करीब 1000 देशी और विदेशी एजेंट्स तैनात हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एजेंट्स भी तुर्की में डेरा डाल चुके हैं।
खास बात यह है कि ये सभी एजेंट्स एक स्पेशल कमांड सेंटर के जरिए एक-दूसरे के टच में रहेंगे।
इस बात का शक है कि आतंकी हवा या जमीन से हमला करके बड़े पैमाने पर लोगों को शिकार बना सकते हैं। तमाम विदेशी नेताओं के अलावा करीब 12 हजार लोग इस समिट में शिरकत करेंगे। खतरे की हालत में मोदी को निकालने के लिए एक दूसरा प्लेन तैयार रखा गया है। इसमें एडवांस्ड राडार और कम्युनिकेशन सिस्टम लगा है। बता दें कि मोदी के लिए उनके रेग्युलर प्लेन के अलावा एक स्टैंडबाय प्लेन पहले से ही तुर्की में मौजूद है।