नई दिल्ली (एजेंसी)। तहलका की प्रबंध संपादक शोमा चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि पत्रिका के संस्थापक और प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई करने में कोई देरी नहीं हुई और गठित की गई समिति घटना की जांच करेगी। चौधरी ने कहा ‘‘यह कहना गलत है कि देरी हुई है। मुझे औपचारिक शिकायत 18 नवंबर को मिली और उसमें किए गए अनुरोध के अनुसार तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की गई।’’ चौधरी ने कहा ‘‘उन तीन दिनों के दौरान मेरी प्रतिक्रिया यह रही कि उसने मुझसे और संस्थान से जो कहा उसे तत्काल निपटाया गया।’’ चौधरी ने संवाददाताओं से कहा कि तहलका ने उर्वषी बुटालिया की अध्यक्षता में एक औपचारिक समिति गठित की है जो तेजपाल मामले की जांच करेगी और अपना निष्कर्ष पेश करेगी। चौधरी ने शुक्रवार को कई सारे चैनलों से इस मुद्दे पर बात की और एक चैनल पर वह फूट पड़ी और इस घटना को अपने जीवन की सबसे कठिन परिस्थिति बताया। चौधरी ने कहा ‘‘सच्चाई यह है कि मैं इसके बारे में खूब विस्तार से बात करूंगी सच्चाई यह है कि यह शिकायत मुझे बहुत दिन पहले नहीं मिली है बल्कि इस सप्ताह सोमवार को मिली और मैंने उस पर कार्रवाई की जैसा कि पीड़ित पत्रकार ने चाहा और जो उसके हित में था।’’ चौधरी ने कहा कि इस मामले पर तेजपाल से जब उसका सामना हुआ तो वह पूरी तरह बिफर पड़ी। लेकिन तेजपाल ने एक अलग ही बात कही। ‘‘मैंने उनकी बात सिरे से खारिज कर दी और कहा कि उन्हें उससे एकतरफा बिनाशर्त माफी मांगनी होगी।’’ सोमा ने कहा ‘‘मुझे गर्व है कि उसने आवाज उठाई मैं चाहती हूं कि उसे विरोधी के रूप में न देखा जाए।’’ चौधरी ने कहा ‘‘मुझे इस बात की खुशी है कि समिति गठित कर दी गई है। यह अपना निष्कर्ष खुद निकालेगी।’’ उन्होंने कहा कि वह किसी का बचाव नहीं कर रहीं और उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि युवा महिला पत्रकार की शिकायत को सुनने में उन्होंने देरी की जिसने तेजपाल के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा ‘‘मैंने उसकी शिकायत दूर करने के लिए काम किया।’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि तेजपाल ने महिला सहकर्मी से बिना शर्त माफी मांगी है और उन्होंने पद त्याग कर दिया है।