एजेन्सी/ पटना: बिहार में आरजेडी और जेडीयू की सरकार बनने के बाद से नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पर सबकी नजरें हैं।
पहली बार विधायक बने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों की तुलना जीत के साथ ही शुरू हो गई थी। जीत के साथ ही यह कयास लगने शुरू हो गए थे कि लालू प्रसाद यादव का उत्तराधिकारी कौन बनेगा। फिर एक समय आया जब लालू प्रसाद यादव ने अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को तरजीह दी और उनके लिए नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री का पद मांगा और शपथग्रहण हो गया। इसी के साथ बड़े बेटे तेज प्रताप को नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में बतौर मंत्री शामिल किया गया।
उधर, मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने हमेशा से इन दोनों को निशाना बनाया है। दोनों के ही काम पर बीजेपी की नजरें लगी रही हैं और पार्टी ने ऐसा कोई भी मौका नहीं छोड़ा जिस पर राजनीतिक फायदा उठाया जा सके। पार्टी ने वह मौका भी नहीं छोड़ा जब लालू प्रसाद यादव ने छोटे बेटे को उपमुख्यमंत्री बनवाया।
बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि छोटे बेटे को स्थापित करने के लिए लालू प्रसाद यादव अपने बड़े बेटे पर निशाना साध रहे हैं। उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है।
बीजेपी नेता का कहना है कि लालू प्रसाद यादव इसीलिए अस्पतालों का मुआयना करते हैं, मंत्रालयों के कार्यक्रमों में जाते हैं। चारा घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद छह साल के चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित किए गए लालू प्रसाद यादव का कहना है कि उनके पास इन दिनों करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है इसलिए वह यह सब कर रहे हैं।
एक ओर जहां बीजेपी तेज प्रताप को कमजोर मंत्री साबित करने पर तुली हुई है वहीं, दूसरी ओर लगातार तेज प्रताप पर हमलावर है और आए दिन उनपर राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हमला कर रही है।
बीजेपी का कहना है कि राज्य में जरूरत का केवल 30 प्रतिशत डॉक्टर ही स्वास्थ्य सेवाओं में लगे हुए हैं। राज्य के अस्पतालों में बिस्तर और दवाओं की कमी है। जब विधानसभा में स्वास्थ्य सेवा पर बिल रखा गया उस पर चर्चा होने नहीं दी गई। अब बीजेपी का कहना है कि तेज प्रताप को बचाने के लिए यह सब किया गया।
बिहार के मंत्री अलोक मेहता का कहना है कि तेज प्रताप ने विधानसभा में लगातार अपनी मौजूदगी दर्शाई है। उन्होंने यह भी कहा कि अनुभव होने में थोड़ा समय लगता है। थोड़ा इंतजार कीजिए।
तेजस्वी यादव ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि मैं राज्य के विकास के लिए काम कर रहा हूं। किसी को नंबर देना मेरा काम नहीं है।