तेजस्वी ने दिया आलोचकों को जवाब, बोले-कवर देखकर किताब के बारे में राय न बनाएं
पटना : अपने पिता राजद प्रमुख लालू प्रसाद के प्रभाव के कारण बिहार की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए जाने पर सोशल मीडिया में आलोचना और उपहास भरी टिप्पणियों पर तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि किसी पुस्तक के आवरण पृष्ठ के आधार पर उसके बारे में राय कायम नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा है कि निंदक और पक्षपाती लोग अपने निहित स्वार्थ वाले हमेशा खारिज करने वाले होंगे पर बिहार के हितधारक लोग युवा में जो विश्वास जताया है उसका फल खाएंगे।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार मंत्रिमंडल में युवाओं के जोश और सजीवता को आजमाए गए मुख्यमंत्री इस्तेमाल करेंगे और उनका मार्गदर्शन करेंगे।
उन्होंने कहा कि बिहार ब्रांड के महत्व को बढाने और विकास के लिए कोई कसर नहीं छोडेंगे जिसके कि वे उनके उप मुख्यमंत्री होने पर नीतीश कुमार गर्व करें।
पूर्व भाजपा सांसद और क्रिकेटर नवजित सिंह सिधु ने अपने उपहास भरे ट्वीट संदेश में कहा था कि बिहार एक बेहतर सरकार की पारी के लिए तैयार है। सूमो (सुशील मोदी) से तेजस्वी यादव तक बिहार तेजी से बढेगा।
लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी जो कि पहली बार राघोपुर से विधायक चुने गए हैं। बिहार में नवगठित महागठबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) सरकार में उपमुख्यमंत्री नामित किए गए हैं।