तो इसलिए दाऊद के गुर्गे ने दी शिया सेंट्रल बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी को दी जान से मारने की धमकी
लखनऊ। मदरसों पर आतंकवाद को बढ़ावा देने संबंधी बयान के बाद शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार को रात में दाऊद इब्राहीम का नाम लेकर किसी व्यक्ति ने फोन कर उनको जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने सआदतगंज थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
वसीम रिजवी के मुताबिक नेपाल से दाऊद इब्राहीम के किसी गुर्गे का फोन मेरे मोबाइल पर आया था। फोन करने वाले ने मुझे मदरसों के मामले में चल रहे विवाद को लेकर दाऊद इब्राहीम का नाम लेते हुए धमकाया। उसने कहा, अगर मैंने मौलानाओं से माफी नहीं मांगी, तो मुझको और मेरे परिवार को धमाके से उड़ा दिया जाएगा। वसीम रिजवी ने कहा कि इस फोन से यह बिलकुल साफ हो गया है कि कुछ कट्टरपंथी मुल्लाओं के तार सीधे दाऊद इब्राहीम से जुड़े हुए हैं और उन मुल्लाओं के मदरसों से दाऊद के संबंध हैं।
उन्होंने पुलिस को बातचीत की ऑडियो रिकार्डिंग सौंप दी है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने वसीम रिजवी के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक बोर्ड चेयरमैन को पहले से गनर उपलब्ध है। साइबर क्राइम सेल और सर्विलांस की मदद से कॉल करने वाले के फोन नंबर के बारे में पता लगाया जा रहा है।
मौलानाओं से माफी मांग लो वरना…
फोन करने वाले ने माफिया डॉन दाऊद का नाम लेकर कहा कि ‘भाई ने बोला है एक बार समझाने को। समझ जा और मौलानाओं से माफी मांग लो। वरना, दो मिनट नहीं लगने के, अपनी मौत का इंतजार करियो… जवाब में वसीम रिजवी ने कॉलर को फटकार लगाई है और सामने आने को बोला है। रिकॉर्डिंग में वसीम को यह कहते सुना गया है कि तुम सामने आ जाओ, मैं मौलानाओं से माफी मांग लूंगा।
यह है मामला
वसीम रिजवी ने हाल ही में बयान दिया था कि मदरसे आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें पढऩे वाले बच्चे मुख्यधारा से कट जाते हैं। धीरे-धीरे इनका रुझान आतंकवाद की तरफ हो जाता है। इस बयान के बाद शिया-सुन्नी समुदाय में उनको लेकर नाराजगी है।
वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग
उप्र मदरसा एसोसिएशन ने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी के बयान की कड़े शब्दों में निंदा कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि अपने पद का दुरुपयोग कर वसीम रिजवी विवादित बयानों से देश के 25 करोड़ मुसलमानों का दिल दुखा रहे हैं। लखनऊ प्रेसक्लब में रविवार को आयोजित कांफ्रेंस में उप्र मदरसा एसोसिएशन संग विभिन्न संगठन के लोग शामिल रहे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष मुहम्मद अकबर जफर ने कहा कि वसीम रिजवी अपने पद को बनाए रखने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। मुख्य अतिथि इंडियन नेशनल लीग के अध्यक्ष प्रो. मुहम्मद सुलेमान ने कहा कि मदरसों को बदनाम करने के लिए वह विवादित बयान दे रहे हैं। इस दौरान राष्ट्रीय भागीदारी आंदोलन के अध्यक्ष पीसी कुरील, जमाअत-ए-इस्लामी ङ्क्षहद के मुहम्मद साबिर व मुहम्मद शाह फैसल नदवी सहित कई लोग उपस्थित रहे।
यह लिखा था खत में
इस खत में लिखा गया है कि मदरसे सिविल सर्वेंट से ज्यादा आतंकवादी पैदा कर रहे हैं। हमारे मदरसे इंजीनियर और डॉक्टर बनाने में फेल है। हमारे मदरसे युवाओं को कट्टरपंथ की ओर धकेल रहे हैं। वसीम रिजवी ने मदरसा शिक्षा की जगह सभी मदरसों को सीबीएसई या आईसीएसई स्कूलों से संबद्ध करने की मांग भी की है।
कॉलर: वसीम रिजवी बोल रहे हो?
वसीम रिजवी: हां बोल रहा हूं, कौन बोल रहा है?
कॉलर: भाई का मैसेज है तेरे लिए…
वसीम रिजवी: कौन बोल रहा है?
कॉलर: शर्म नहीं आ रही तुझे मुसलमान होकर मुसलमानों को मरवाने की बात करे है।
वसीम रिजवी: भाई मैंने कौन से मुसलमानों को मरवाने की बात कर दी भाई अगर मुसलमानों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देना, ये मुसलमानों को मरवाना है तो, तो मैंने तो ऐसी कोई बात नहीं की भाई
वसीम रिजवी: कौन बोल रहा भाई?
कॉलर: मुसलमान मरे तो आवाज क्यों नहीं उठाता?
वसीम रिजवी: अरे भाई बिल्कुल आवाज उठायी जाती है, अगर कोई मुसलमान मरता है तो, मुसलमान क्या कोई भी मरे गलत है। हर आदमी हर मुसलमान आवाज उठाता है।
कॉलर: भाई ने कहा था एक बार समझा देना उसे, इसलिए समझा रहा हूं।
वसीम रिजवी: अरे भाई, कौन भाई, कौन बोल रहे हो?
कॉलर: भाई को न जाने है तू, दाऊद भाई का नाम न सुन रखा है कि न!
वसीम रिजवी: कौन भईया?
कॉलर: दाऊद भाई, दाऊद इब्राहिम।
वसीम रिजवी: अच्छा, अच्छा अच्छा तो कोई**** बोल रहे हो, तुम दाऊद इब्राहिम…
कॉलर: दो मिनट भी न लगने है तेरे परिवार को उड़ाने में…
वसीम रिजवी: अच्छा हिम्मत है तो आ जाओ
कॉलर: अपनी मौत का जिम्मेदार तु खुद होगा, अभी भी वक्त है मौलानाओं से माफी मांग ले
वसीम रिजवी: अरे भईया ऐसा है हो सकता है तुम्हारी मौत तुमको बुला रही हो, मौलानाओं से क्यों माफी मांग लें भाई? अच्छा आओ… हम माफी मांग लेंगे, आओ आके हमसे मिलो
कॉलर: चल, चल कोई बात न, मौत जिसे खुद ढूंढ रही हो कोई उसे क्या समझा सके है
कॉलर: अपनी मौत का इंतजार करियो
वसीम रिजवी: अरे देखो जब तक अल्लाह जिंदा रखता है, तब तक कोई मार नहीं सकता, तुम्हारा बाप दाऊद इब्राहिम क्या अबू बकर बगदादी तक नहीं मार सकता,
तुममे हिम्मत हो तो आओ, आके बात करो, आओ हम सब वापस ले लेंगे, बाबरी मस्जिद का भी केस वापस ले लेंगे, आओ तो हमसे मिलो तो, मुल्लाओं से माफी भी मांग लेंगे और खत भी अपना वापस ले लेंगे, तुम आओ आके मिलो।
कॉलर: चल ठीक है समझाने के लिए सोच रखी थी तुझे, न समझ में आ रही तेरे, अब बाद में समझ लेंगे तुझे