तो इस कारण से बदले गए स्मृति इरानी और जयंत सिन्हा के विभाग
एजेंसी/ नई दिल्ली : मोदी कैबिनेट में हुए फेरबदल के बाद अब किसको कौन सा विभाग क्यों दिया गया, इस बारे में पिक्चर साफ होने लगे है। सूत्रों का कहना है कि मानव संसाधन विकास मंत्री रही स्मति इरानी को टेक्सटाइल मिनिस्टरी इसलिए दिया गया क्योंकि दो साल के उनके कार्यकाल में लगातार विवाद होते रहे।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के एक सूत्र का कहना है कि इरानी बेहद सख्त थी और इसी वजह से विवाद उत्पन्न हो जाते थे और वो जब भी परेशानी में पड़ती थी, तो वो पार्टी लाइन का सहारा लेती थी या फिर विचारधारा का रोना रोती थी। इसके बाद पार्टी को उनके बचाव में आना पड़ता था। न केवल संघ बल्कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी उनसे नाराज थे।
उनकी जगह पर लाए गए प्रकाश जावड़ेकर को लाने का मकसद ये है कि वो विवादों से दूर रहने के लिए ही जाने जाते है। अतीत में वो छात्र नेता के रुप में भी अनुभवी रहे है और इसके जरिए पीएम युवाओं के समर्थन को फिर से हासिल करना चाहते हैं, जिनसे हालिया दौर में सरकार से टकराव की स्थिति रही।
इसी प्रकार राज्य वित मंत्री रहे जयंत सिन्हा के विभाग को भी बदले जाने के पीछे तीन कारण बताए जा रहे है, पहला नागरिक उड्डयन क्षेत्र की दशा और दिशा में सुधार लाने में वह कैबिनेट मंत्री अशोक गजपति राजू की मदद कर सकेंगे। दूसरा कारण नाराजगी को भी बताया जा रहा है। कहा जाता है कि सिन्हा आउट ऑफ टर्न बोलते थे।
साथ ही आर्थिक मसलों पर उनके विचा सरकार के विचारों से ताल नहीं बिठाते थे। सिन्हा के खिलाफ एख और बात जो उनके खिलाफ चली गई वो ये कि बैंक और सरकारी अधिकारियों के साथ उनके घर पर आयोजित एक चाय पार्टी में कुछ बाहरी लोग भी उपस्थित थे। साथ ही उनके पिता यशवंत सिन्हा द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ की गी टिप्पणियां भी कारण थी।