जीवनशैली

…तो इस वजह से महिलाओं के घुटने जल्दी हो जाते हैं खराब

वर्तमान समय में हर तीसरे में से एक व्यक्ति घुटने के दर्द की समस्या से जूझ रहा हैं और ये 50 साल की उम्र पार कर चुके हर महिला और पुरुष में ज्यादा देखने को मिल रहा हैं| घुटने के दर्द का प्रमुख कारण लोगों का पालथी मारकर बैठना हैं क्योंकि ज्यादा देर तक पालथी मारकर बैठने से पैरों में जकड़न आ जाती हैं और फिर घुटने में दर्द होने लगता हैं|

ऐसा माना जाता हैं कि शरीर के बाकी अंगों की तुलना में घुटने बहुत जल्दी बेकार हो जाते हैं| दरअसल उठने और बैठने में घुटने का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता हैं और शरीर का सारा भार घुटने पर पड़ने के कारण दर्द की शिकायत होने लगती हैं| ऐसे में घुटने बदलवाने की नौबत तक आ जाती हैं क्योंकि जब दर्द असहनीय हो जाते हैं तो डॉक्टर घुटने बदलने की सलाह दे देते हैं|

डॉक्टर के मुताबिक शरीर के किसी भी जोड़ में दर्द व जकड़न व जोड़ों से आवाज आना आर्थराइटिस के शुरुआती लक्षण होते हैं और बाद में चलने-फिरने में परेशानी होती है व जोड़ों में विकृतियां भी आ सकती हैं। डॉक्टर के मुताबिक आर्थराइटिस से बचने के लिए पैर मोड़कर बैठने से बचें और पालथी मार कर नहीं बैंठें| इसके अलावा भारतीय शौचालयों का उपयोग कम करें तथा लंबे समय तक खड़े होने से बचें। घुटने की आर्थराइटिस की प्रारम्भिक अवस्था में घुटने के व्यायाम, साइकिल चलाना व तैराकी रोग को बढ़ने से रोकने का सबसे बेहतर उपाय है।

महिलाओं के घुटने जल्दी खराब होते हैं

डॉक्टर के मुताबिक पुरुषों की तुलना में स्त्रियों के घुटने जल्दी खराब होते हैं। भारतीय महिलाओं मे घुटने की समस्या की औसत आयु 50 वर्ष है, जबकि भारतीय पुरुषों में यह 60 वर्ष है। महिलाओं में घुटने की समस्या के जल्द आरंभ होने का मुख्य कारण मोटापा, व्यायाम ना करना, धूप में कम रहना इत्यादि कारण हैं|

हड्डियों को कैल्शियम

वर्तमान समय के गलत खान-पान की आदतों के कारण शरीर की हड्डियों को कैल्शियम एवं महत्वपूर्ण खनिज नहीं मिल पा रहा हैं, जिससे कम उम्र में ही हड्डियों का घनत्व कम होने लगा है। जिसके कारण हड्डियाँ कमजोर होने लगती हैं और आर्थराइटिस की समस्या उत्पन्न होने लगती हैं|

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