तो नौनिहालों को नंगे पांव जाना पड़ेगा स्कूल, टेंडर हुआ निरस्त
लखनऊ: लगता है कि योगी सरकार में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को नंगे पांव स्कूल जाना पड़ेगा। यह इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बेसिक शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में इस साल भी नौनिहालों को जूता और मोजा उपलब्ध कराने के लिए आमंत्रित टेंडर को निरस्त कर दिया है। यह टेंडर 289 करोड़ रुपये का था। 26 जून तक इछुक फर्मो को टेंडर फॉर्म भरकर विभाग में जमा करना था। लेकिन गुरुवार को विभाग की वेबसाइट पर टेंडर नहीं दिख रहा। ऐसा तब है जब योगी सरकार की प्राथमिकता थी कि हर हाल में जुलाई के प्रथम सप्ताह में नौनिहालों को जूते और मोजे उपलब्ध कराने थे। निदेशक बेसिक शिक्षा के मुताबिक, अपरिहार्य कारणों से टेंडर निरस्त किया गया। कारणों के बारे में पूछने पर टेंडर निरस्त करने की वजह बताने से उन्होंने इंकार किया। इसके चलते अब नए सत्र में नौनिहालों को तपती गर्मी में नंगे पांव ही स्कूल जाना होगा। इसके अलावा पुरानी पाठ्य पुस्तकों से पढ़ना होगा। जर्जर भवनों को भी अभी तक दुरुस्त नहीं करवाया जा सका है। सरकारी स्कूल की इमारतें जर्जर हो गईं हैं इनमें बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। भले ही बेसिक शिक्षा अपनी बदहाली का रोना ना रो पा रहा हो लेकिन इसकी हकीकत तो सब जानते हैं।