फ़िल्म में आमिर ख़ान को छोटे कस्बे का मध्यवर्गीय पिता दिखाया जाएगा, जो प्रोग्रेसिव और कांफिडेंट है, कि उसकी बेटी उसके बिजनेस की विरासत को आगे लेकर जाएगी।
मुंबई। दंगल जैसी सुपर हिट फ़िल्म देने के बाद डायरेक्टर नितेश तिवारी एक बार फिर आमिर ख़ान के साथ एसोसिएट हो रहे हैं। ये एक शॉर्ट फ़िल्म है, जो दंगल की तरह ही वुमन एंपॉवरमेंट का संदेश देगी।
पीटीआई के मुताबिक़, फ़िल्म स्टार प्लस के नई सोच केंपेन का हिस्सा है और देश में लिंग भेद के मुद्दे पर रौशनी डालेगी। 50 सेकंड की शॉर्ट फ़िल्म में आमिर ख़ान को छोटे कस्बे का मध्यवर्गीय पिता दिखाया जाएगा, जो प्रोग्रेसिव और कांफिडेंट है, कि उसकी बेटी उसके बिजनेस की विरासत को आगे लेकर जाएगी। इस क़दम की तारीफ़ करते हुए आमिर ख़ान ने एक स्टेटमेंट में कहा- ”ये फ़िल्म उन सभी पिताओं और बेटियों को समर्पित है, जो बदलाव की मशाल बने हैं।”
दंगल की कहानी में भी जेंडर इक्वेलिटी की बात कही गई थी। आमिर ने फ़िल्म में कुश्ती कोच महावीर सिंह फोगाट का रोल निभाया था, जो अपनी बेटियों को बचपन से ही रेस्लिंग की ट्रेनिंग देते हैं। महावीर चाहते थे कि उनका बेटा हो, जो देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल लेकर आए। मगर, जब बेटे का जन्म नहीं होता को महावीर अपनी बेटियों को ही रेस्लर बनाने का फ़ैसला करते हैं, जिसके लिए शुरुआत में उन्हें काफी विरोध भी झेलना पड़ता है।