दिल्लीराज्य

दंपती ने अस्पताल पर लगाया था बेटा बदलने का आरोप, DNA टेस्ट के बाद सामने आई ये कहानी

बेटी जन्म होने के बाद बेटा होने का दावा करना एक दंपती को महंगा पड़ गया है। डीएनए जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि महिला ने बेटी को ही जन्म दिया था। इसके बाद सफदरजंग अस्पताल-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाने वाले दंपति और परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की अर्जी स्थानीय पुलिस को दी गई है।       
दिल्ली के देवली गांव निवासी सोनिया ने एक जून-2017 को सफदरजंग अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन परिजनों का कहना था कि सोनिया ने बेटे को जन्म दिया है। अस्पताल प्रशासन के बार-बार कहने के बाद भी दंपति इस बात को मानने को तैयार नहीं था।

 इसके बाद पुलिस की मदद से अस्पताल प्रशासन ने दंपति और नवजात के डीएनए की जांच कराई गई। डीएनए जांच रिपोर्ट में यह साबित हो गया कि महिला ने बच्ची को ही जन्म दिया था। दंपति की ओर से बेटा जन्म लेने का गलत दावा किया जा रहा था।    
  
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.ए.के.रॉय ने कहा कि इस आरोप से अस्पताल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा और भर्ती दूसरे मरीजों को भी उस दिन परेशानी का सामना करना पड़ता था। लिहाजा अस्पताल प्रशासन ने बच्ची की मां सोनिया, पिता भूपेंद्र और तीन से चार परिजनों के खिलाफ सफदरजंग एंक्लेव थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत दी है। 

शिकायत में कहा गया है कि अस्पताल पर बच्चा बदलने का झूठा आरोप लगाया गया, जिससे अस्पताल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है। ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों और नर्सेज को खूब भला-बुरा कहा गया।

 
 

Related Articles

Back to top button