दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति ने बढ़ाया उत्तर कोरिया की ओर अमन का हाथ
सोल : उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनावपूर्ण हालात हैं। कई बार दोनों देश एक दूसरे की सीमाओं पर यूं ही हमले करते रहते हैं। मगर अब दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति मून जे इन के शपथ ग्रहण समारोह के बाद यह घोषणा की गई कि वे परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया के साथ अपने तनावपूर्ण संबंधों के बीच प्योंगयांग जाना चाहते हैं। दरअसल नए राष्ट्रपति मून शांति की पहल करना चाहते हैं। उनका कहना था कि यदि आवश्यकता रहती है तो फिर वे वाॅशिंगटन के लिए चले जाऐंगे।
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बीजिंग और टोक्यों की यात्रा पर भी जाऐंगे और यदि अमन के लिए प्रयास करने पड़ गए तो फिर हम प्योंगयांग जाऐंगे। उनकी टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अमेरिका ने उत्तर कोरिया के प्रति सख्त रवैया अपनाया और उसे परमाणु हथियारों व मिसाईलों के परीक्षण व उपयोग को लेकर धमकी दी थी।
गौरतलब है कि नए राष्ट्रपति मून जे अपने शपथ ग्रहण समारोह के बाद सांसदों के बीच भाषण दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने शांति की पहल की बात कही। गौरतलब है कि ही दक्षिण कोरिया और चीन के बीच अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली को लेकर भी विवाद चल रहा है। मून ने चार बार से सांसद और पूर्व पत्रकार ली नाक यान का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया।
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इसके अलावा उन्होंने सू हून को राष्ट्रीय खुफिया सेवा का प्रमुख नियुक्त किया।हून ने वर्ष 2000 से 2007 में दो अंतर कोरियाई सम्मेलनों के तैयारी में अह्म भूमिका निभाई थी। मून के सामने घरेलू स्तर पर भी कई चुनौतियां हैं। मून ने कहा मैं सबका राष्ट्रपति बनूंगा। उनकी भी सेवा करूंगा जिन्होंने मेरा समर्थन नहीं किया।