अपराधउत्तर प्रदेश

दरोगा के बेटे ने पुलिसकर्मियों पर चढ़ाई कार, चेकिंग के लिए रोकने पर दिया वारदात को अंजाम

आगरा के कालिंदी विहार में शनिवार रात को दरोगा के बेटे ने चेकिंग के लिए रुकने का इशारा करने पर पुलिसकर्मियों पर कार चढ़ाने की कोशिश की। सिपाहियों ने भागकर खुद को बचाया। कार पुलिस की जीप से टकरा गई। दरोगा के बेटे ने पुलिसकर्मियों पर चढ़ाई कार, चेकिंग के लिए रोकने पर दिया वारदात को अंजाम

 

इसमें कार सवार तीन युवक और दो सिपाही घायल हो गए। कार सीज करने पर दरोगा और परिवार की महिलाओं ने पुलिसकर्मियों से खींचतान और गालीगलौज की। उन पर हमला भी बोल दिया। 

थाना एत्माद्दौला में दरोगा सहित छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। तीन आरोपियों को जेल भेजा गया है। कार सवार नशे में पाए गए। 

शनिवार रात 12 बजे कालिंदी विहार में 80 फुटा रोड पर एत्माद्दौला थाने के दरोगा कुंवरपाल और अश्वनी कुमार सहित 7-8 पुलिस कर्मी चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच पुलिस कर्मियों ने एक कार को रुकने का इशारा किया। मगर, कार चला रहे युवक ने स्पीड बढ़ा दी। 

 

सामने आने पर युवक ने कार पुलिस कर्मियों पर चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस कर्मियों ने भागकर खुद को बचाया। कार अनियंत्रित हो गई और वहां खड़ी पुलिस जीप से टकरा गई। 

जीप में बैठे सिपाही रामस्वरूप और लल्लू सिंह घायल हो गए। कार सवार तीन युवक भी घायल हो गए। कार में फिरोजाबाद के रामगढ़ थाने में तैनात दरोगा लक्ष्मीराज का बेटा यतेंद्र, देवराज (ग्रीन पैलेस कालोनी, नगला मोहनलाल) सहित उनका परिचित कुलदीप त्यागी (ट्रांस यमुना कालोनी) सवार थे। कार यतेंद्र चला रहा था। 

कागजात नहीं दिखा पाने पर पुलिस ने ने कार को सीज कर दिया। थाना एत्माद्दौला के इंस्पेक्टर ने बताया कि कुछ ही देर में दरोगा लक्ष्मीराज सिंह, उनकी पत्नी कुसुम और बेटी राजकुमारी परिवार के लोगों के साथ पहुंच गई।

उक्त लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ गालीगलौज और खींचतान की, जिससे दरोगा कुंवरपाल की वर्दी का शोल्डर टूट गया। घायल पुलिस कर्मियों और युवकों का मेडिकल कराया गया। 

इस मामले में दरोगा कुंवरपाल ने बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, गालीगलौज, जानलेवा हमला सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज कराया है। 

मुकदमे में यतेंद्र, कुलदीप त्यागी, देवराज, दरोगा लक्ष्मीराज, राजकुमारी और कुसुम को नामजद किया गया है। पकड़े गए यतेंद्र, कुलदीप और देवराज को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिए गए।

 
 

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