लखनऊ : मंगलवार आधी रात को गोमतीनगर के रिवर फ्रंट पर पति के साथ जा रही महिला को बीच सड़क पर रोककर छेड़छाड़ हो गई। शराब के नशे में धुत सेना के रंगरूटों ने महिला को घेरकर छेड़छाड़ व अभद्रता की। उधर से गुजर रहे पर्यटन पुलिस के दरोगा अमरकांत त्यागी महिला को बचाने के लिए नशेबाजों से भिड़ गए। हालांकि, अकेला और निहत्था होने पर नशेबाजों ने उन्हें घेरकर पीटा। दरोगा के बिल्ले नोंच लिए और वर्दी फाड़ दी। किसी तरह उन्होंने वायरलेस सेट से मेसेज भेजकर मदद मांगी, इसके बाद मौके पर पहुंची गोमतीनगर पुलिस ने चार नशेबाजों को दबोच लिया। दरोगा अमरकांत त्यागी और महिला की तरफ से उनके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। अमरकांत त्यागी ने बताया कि वह रात करीब साढ़े तीन बजे वह पर्यटन मोबाइल से हजरतगंज से होते हुए गोमतीनगर की तरफ जा रहा था तभी रिवर फ्रंट के पास एक महिला के चीखने की आवाज आई। वह तुरंत मौके पर पहुंचे तो पता चला कि महिला व उसके पति को चार-पांच बदमाश घेरे हुए हैं। अमरकांत त्यागी और आरक्षी चालक रकी तेवतिया मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव किया। इस पर बदमाशों ने दरोगा से गाली-गलौज करते हुए भाग जाने की धमकी दी। अमरकांत ने महिला को उनके चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया तो बदमाशों के और साथी आ गए और उन्होंने हमला कर दिया। उनकी वर्दी के बिल्ले नोंच लिए और वर्दी फाड़कर मारपीट की।
किसी तरह दरोगा ने वायरलेस सेट से मेसेज करके हमले की सूचना देते हुए मदद भेजने को कहा। कुछ ही देर में गोमतीनगर थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। उधर, पुलिस को देखते ही बदमाश भागने लगे। मौके से कानपुर के सदर बाजार निवासी सौरभ कुमार सिंह, बिहार के सारन मसरख स्थित जजौली गांव के अमन कुमार सिंह, मैनपुर के ओछा नगलादेवी निवासी अमित कुमार और पीजीआई के राजीवनगर में रहने वाले अभिषेक सिंह को दबोचकर थाना ले आया गया। इंस्पेक्टर राम सूरत सोनकर ने बताया कि पर्यटन मोबाइल पुलिस के दरोगा अमरकांत त्यागी और पीड़ित महिला की तरफ से बदमाशों के खिलाफ अलग-अलग एफआईआर व मारपीट में घायल दरोगा का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। पर्यटन मोबाइल पुलिस की जीप में दरोगा अमरकांत त्यागी अकेले ही थे। उनके साथ रहने वाले सिपाही को किसी और ड्यूटी पर भेज दिया गया था।
अमरकांत के पास सरकारी असलहा तो दूर एक डंडा तक नहीं था। दूसरी तरफ नशे में धुत बदमाश थे जो कुछ भी कर सकते थे। इसके बावजूद अमरकांत त्यागी जांबाजी दिखाते हुए महिला को बचाने के लिए निहत्थे ही बदमाशों से जूझ पड़े थे। वहीं, महिला ने गोमतीनगर थाने में अपनी तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर वापस ले ली। गोमतीनगर थाने पहुंचे रंगरूटों को बचाने के लिए सेना के कुछ अधिकारी हरकत में आ गए।