

लखनऊ, कानपुर और बुंदेलखंड के क्षेत्रों में दलित मतदाताओं की संख्या देखी जाए तो करीब 30 लाख के आसपास है। इसमें कानपुर में ही अकेले 10 लाख हैं। बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी संख्या में दलितों का वोट पाने के लिए भाजपा अभी कई और चाल चलने वाली है। विशेषकर केंद्र सरकार के जरिये दलितों को मिलने वाले लाभ का जिक्र भी सभा में किया जाएगा। कानपुर मंडल में सिर्फ फतेहपुर जनपद की खागा विधानसभा सीट पर भाजपा का दलित विधायक है। 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सिर्फ सुरक्षित सीटों पर ही दलितों को टिकट दिया था। इस बार तय किया गया है कि सुरक्षित सीटों से अलग भी दलितों को टिकट दिया सकता है। यह उस स्थिति में ही संभव होगा, जब पार्टी को लगेगा कि प्रत्याशी चुनाव निकाल सकता है।
पदाधिकारी तीन दिन से कार्यकर्ताओं को कर रहे तैयार
शाह की जनसभा में लखनऊ, कानपुर मंडल के साथ बुंदेलखंड के दलित मतदाताओं को लाने के लिए भाजपाइयों ने पूरा जोर लगा दिया है। पिछले तीन दिन से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी यहां आकर कार्यकर्ताओं की बैठकें ले रहे हैं। बृजेंद्र स्वरूप पार्क में तैयार किए जा रहे मंच को इस तरह से बनाया जा रहा है, जिसमें एक तरफ भाजपा का झंडा लगेगा तो दूसरी तरफ बौद्ध गुरुओं का। पार्टी, मतदाताओं को रिझाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। जनसभा तक लाने के लिए सभी दलित बस्तियों और इनकी संख्या वाले स्थानों से बस और दूसरे वाहनों का इंतजाम किया गया है।