दसवीं के बाद है बहुत से ऑप्शन
हाईस्कूल केरियर की बुनियाद मानी जाती है। आने वाले दौर में आप किस क्षेत्र की ओर रुख करेंगे, आपके स्ट्रॉन्ग प्वांइट कौन से हैं, यहां तक कि केरियर ग्रोथ का अंदाजा भी यहीं से लगता है। यही कारण है कि भारतीय शिक्षा व्यवस्था में 10वीं पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाता है। उस पर हाईस्कूल का पाठय़क्रम भी इस तरह का होता है कि स्टूडेंट्स यहां से किसी भी क्षेत्र में अपने केरियर की नींव मजबूत कर सकते हैं। इस समय सही राह चुनने की चुनौती होती है।
केरियर का प्रवेश द्वार
आज केरियर का कोई सेट फॉर्मूला नहीं रह गया है। आप चाहें तो किसी भी ओर जा सकते हैं और सफल हो सकते हैं। केरियर की राहों में कई ऐसे मोड आते हैं, जो छात्र को उसकी मनचाही मंजिल तक पहुंचाते हैं। जरूरत होती है? तो बस उन मोडों को पहचानने की, उन मोडों पर अपनी रफ्तार धीमी करने की। शर्त है तो बस, बेसिक्स करेक्ट रखने की। हाईस्कूल परीक्षा आपके बेसिक्स के लिए एक सबसे बडी चुनौती है। इससे परे भी देखें तो छोटे से लेकर बडे तक हर केरियर में हाईस्कूल में आए अंकों की अहमियत है। कई परीक्षाओं में तो हाईस्कूल में अर्जित अंकों को ही न्यूनतम अर्हता माना जाता है। एकेडमिक्स से लेकर कंपटीशन तक या फिर इन सबसे जुदा काम, सभी की राहें हाईस्कूल से ही निर्धारित होती हैं। ऐसे में हम यहां कुछ ऐसी स्ट्रीम दे रहे हैं, जिनमें हाईस्कूल के बाद प्रवेश लेकर केरियर की बेसलाइन तय की जा सकती है।
आर्ट्स
शिक्षा क्षेत्र में आए बदलावों के बीच आर्ट्स, केरियर सेवी स्टूडेंट्स का नया ठिकाना बन उभरा है। इसको इस बात से भी जाना जा सकता है कि देश की नंबर एक परीक्षा आईएएस में आज भी उत्तीर्ण होने वाले कैंडिडेट्स में आर्ट्स स्टूडेंट्स का परसेंटेज सबसे ज्यादा है। अर्थशास्त्र, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, लैंग्वेज जैसे बहुत से विषय इसी में आते हैं जहां न तो जॉब्स की कमी है और न ही केरियर ग्रोथ की।
कॉमर्स
एक रिसर्च कहती है कि आज कॉमर्स के क्षेत्र में सबसे ज्यादा जॉब ऑपर्च्युनिटीज हैं। वैसे भी भारत जैसी अर्थव्यवस्था जो अपनी विशाल आबादी, संसाधनों, पूंजी के दम पर पूरी दुनिया पर राज करने का सपना संजो रही हो, में कॉमर्स ग्रेजुएट्स के लिए अवसरों की भला कैसे कमी हो सकती है? इस माहौल में 102 में कॉमर्स का चयन एक सही निर्णय साबित हो सकता है। इसमें सीए, सीएस, आईसीडब्लूएआई जैसी कई च्वाइसेस उपलब्ध हैं।
साइंस
अभी भी सांइस हाईस्कूल उत्तीर्ण छात्रों की नंबर एक पंसद है। कोई भी क्षेत्र हो, कैसा भी काम हो, साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स हर जगह इंट्री ले सकते हैं।
मैथ्स– मैथ्स स्टूडेंट्स के लिए आज केरियर की राहें सबसे उजली हैं। इंजीनियरिंग, आईटी, डिफेंस, तकनीक से संबधित सभी क्षेत्रों में ये लोग हाथ आजमा सकते हैं।
मेडिकल– यह सांइस स्टूडेंट्स का दूसरा सबसे पंसदीदा क्षेत्र माना जाता है। बायोटेक्नोलॉजी, पारामेडिकल, जेनेटिक्स, लाइफसाइंस, बायोटेक्नोलॉजी उनके लिए सबसे मुफीद क्षेत्र हैं।
एग्रीकल्चर– अर्थव्यवस्था का खाद पानी माने जाने वाला एग्रीकल्चर सेक्टर साइंस स्टूडेंट्स के लिए अवसरों का दूसरा नाम है। इसमें फॉरेस्ट्री, हार्टिकल्चर, स्वाइल एंड वाटर कंजर्वेशन, फिशरीज, रूरल इकोनॉमी आदि में छोटे बडे क ई मौके हैं।