दहिया और भंडानी बनना चाहते है टीम इंडिया के चयनकर्ता
नई दिल्ली : कश्मीर घाटी के एक ओर युवा ने कीचड़ में कमल खिलने जैसा कार्य किया है। बारमूला के रहने वाले गुल जुनैद ने न केवल अपने लक्ष्य को हांसिल किया है वहीं वे अब सीआरपीएफ में असि. कमांडेंट के रूप में भी पदस्थ हो गये है। मालूम हो कि बारामूला वहीं इलाका है जो आतंकियों का तो अड्डा बना ही रहता है वहीं सीआरपीएफ के जवानों को भी निशाना बनाया जाता रहा है।
इसी बारामूला से गुल जुनैद खान ने सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट बनकर सफलता प्राप्त की है। जुनैद ने बताया कि उसका लक्ष्य उसने हांसिल कर लिया है। अनेक बाधाये उसके रास्तें में आई, लेकिन उसने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये हर बाधाओं से मुकाबला किया।
युवाओं को दिया संदेश
गुल ने कश्मीर के युवाओं को यह संदेश दिया है कि वह अपनी प्रतिभा का उपयोग पढ़ाई के लिये करें। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर शांति और सद्भाव के लिये पहचाना जाता है लेकिन अब यहां शांति बहाली की दरकार है। गुल का कहना है कि कश्मीर में पुरानी स्थिति लौटाने के लिये सभी नागरिकों की मदद की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा से किसी समस्या का हल नहीं हो सकता।