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दादा की कुर्बानी की वजह से ही बड़े खिलाड़ी बन पाए धोनी

टीम इंडिया के अब तक के सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम यूं तो कई वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं और देश-दुनिया में उनके लाखों प्रशंसक हैं. लेकिन एम एस धोनी के बारे में विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक खुलासा किया है. सहवाग ने बताया कि धोनी आज जहां पहुंचे हैं उसमें सौरव गांगुली का योगदान सबसे अहम है.

पूर्व कप्तान एम एस धोनी के गृह नगर रांची में आयोजित एक टीवी कार्यक्रम में सहवाग ने कहा कि कप्तान रहते हुए सौरव गांगुली ने प्लान बनाया था कि नंबर तीन पर नए खिलाड़ियों का आजमाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कभी सौरव गांगुली खुद नंबर एक पर बल्लेबाजी करते थे लेकिन मेरे लिए उन्होंने वह जगह छोड़ी. उसी क्रम में 2005 के विशाखापत्तन वनडे में सौरव ने अपनी जगह नंबर तीन पर धोनी को बल्लेबाजी के लिए भेजने का फैसला किया.

सौरव की कप्तानी की तारीफ करते हुए सहवाग ने कहा कि बहुत कम ऐसे कप्तान होते हैं जो अपनी सेट जगह किसी नए बल्लेबाज को मौका देते हैं. सहवाग ने कहा कि ‘अगर दादा वह नहीं करते तो शायद धोनी इतने बड़े खिलाड़ी न बनते. उन्होंने कहा कि दादा हमेशा चाहते थे कि नए खिलाड़ियों को मौका मिले ताकि वह अच्छा प्रदर्शन कर सकें.

आपको बता दें कि 5 अप्रैल के उस विशाखापत्तन वनडे में धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 148 रन की शानदार पारी खेली थी और यह उनका दूसरा उच्चतम स्कोर है. इससे पहले धोनी इसी साल अक्टूबर में श्रीलंका के खिलाफ जयपुर में 183 रन की नाबाद पारी खेल चुके थे.

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