स्वास्थ्य
दाम करने के लिए दवा कंपनियोंं पर नकेल कसेगी सरकार
दस्तक टाइम्स/एजेंसी : दवाओं के दाम बढऩे से चिंतित केन्द्र सरकार दवा कंपनियों के लाभ के अंतर पर नकेल कसने जा रही है। सरकार ने दवा कंपनियों से कहा है कि वे दवाइयों को बनाने में आने वाले खर्च और अपने मुनाफे का पूरा ब्यौरा सरकार को दें।इस रिकॉर्ड के साथ सरकार दवा कंपनियों के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करेगी। सरकार का मानना है कि इस कवायद से जनता को गंभीर बीमारियों की दवाएं भी सस्ती मिलेंगी।
सूत्रों के अनुसार सरकार को एक आंतरिक अध्ययन में पता चला है कि कई दवाइयों पर तो कंपनियों का मुनाफा 500 फीसदी तक है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संज्ञान में यह बात आई थी कि पिछले कुछ महीनों ने कंपनियां मनमाने तरीके से दवाइयों के दाम बढ़ा रही हैं।पूछने पर इसकी वजह लागत खर्च बढऩा बताया गया था। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इस बारे में अन्य मंत्रालयों के साथ मिलकर यह फैसला लिया गया है कि दवा की कीमत दवाइयों की लागत खर्च और आम आदमी की जरूरतों के आधार पर होना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार दवा कंपनियों के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में इस पर अंतिम फैसला किया जाएगा। सूत्र यह भी बताते हैं कि अगर कंपनियां दवाइयों की कीमतें बढ़ाना चाहेंगी तो उन्हें लागत खर्च बढऩे का हिसाब देना होगा।