दिल्ली-एनसीआर में अब बारिश भी बेअसर, प्रदूषण मापने वाली मशीनें भी हुई फेल
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 1200 के स्तर को भी पार कर गया है। मानो हवा में हलाहल (हिंदू मान्यताओं के मुताबिक समुद्र मंथन के समय निकला विष या जहर) घुल गया हो। रविवार सुबह हुई हल्की बारिश से लोगों को उम्मीद थी कि अब वायु प्रदूषण से राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
वहीं गाजियाबाद में एक्यूआई 1241 पर पहुंच गया है, जबकि दिल्ली के अलीपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 900, नरेल में 986, आनंद विहार में 979 पहुंच गया है। जिससे प्रदूषण मापक मशीनें फेल हो गईं। जानकारों के मुताबिक शहर में एक्यूआई मापने के लिए लगाई गई मशीनें अधिकतम 500 का स्तर तक माप सकती हैं। इससे ज्यादा होने पर इसका अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है।
दरअसल, शनिवार की शाम से हल्की हवा चल रही है। ऐसे में जिन राज्यों में पराली जलाई जा रही है, उसका धुआं दिल्ली-एनसीआर में पहुंच गया है। माना जा रहा है कि अगर हवा 15 किलोमीटर की रफ्तार से भी चलती रही तो अगले दो से तीन दिन में दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में सुधार आ जाएगा। अचानक दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की वजह तेज हवा चलना माना जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 85 प्रतिशत दर्ज की गई। दिन में बादल छाए रहने और बाद में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। अधिकतम तापमान 28 डिग्री के आस पास बने रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार को दिन में तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है जिससे धुंध से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
नोएडा में 2 दिनों के लिए स्कूल बंद
वहीं गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में वायु प्रदूषण के प्रकोप की वजह से जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों को दो दिन बंद करने का आदेश दिया है। नर्सरी से कक्षा बारहवीं तक के स्कूलों में छुट्टी की गई है। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने आज बताया कि पीएम 10 व पीएम 2.5 के अधिक पाए जाने की वजह से जनपद गौतम बुद्ध नगर में प्रदूषण की मात्रा ने विकराल रूप धारण कर लिया है। जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने रविवार को जारी एक आदेश के तहत 4 एवं 5 नवंबर को जनपद के समस्त सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों, कक्षा बारहवीं तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है।
उन्होंने बताया कि जो भी स्कूल इस आदेश का उल्लंघन करते हुए पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को उनके अभिभावक अपने निजी वाहनों से या बसों से छोड़ने जाते हैं। जिसकी वजह से भी वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। दो दिन के लिए स्कूल बंद होने पर ये वाहन नहीं चलेंगे, तथा वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
हालांकि शनिवार दोपहर बाद हवा की गति में तेजी आई थी तब विशेषज्ञों ने प्रदूषण के स्तर में गिरावट आने की उम्मीद जताई थी लेकिन रविवार को हुई बारिश के बाद भी ऐसा नहीं हो सका। इसके चलते एनसीआर वालों की सांसों पर अभी भी अगले हफ्ते तक संकट बरकरार रहेगा।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार की तुलना में हवा की तेज गति से दिल्ली के प्रदूषण स्तर में थोड़ा सुधार हुआ और दिल्ली पर पश्चिमी विक्षोभ का भी असर दिखा। इससे दोपहर बाद हवा की गति तेज हुई थी।
एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) को 0-50 के बीच ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। वहीं, हवा में पीएम 10 का स्तर 100 और पीएम 2.5 60 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।