नई दिल्ली : सीबीआई ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से दो दिन पहले 2 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गुरुवार रात दिल्ली सरकार के एक आईएएस अधिकारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया का ओएसडी रह चुका है। दूसरा ओरोपी धीरज गुप्ता इस मामले में बिचौलिए की भूमिका में था। सीबीआई हेडक्वार्टर में रात को दोनों से लंबी पूछताछ हुई। अभी घूसकांड में सिसौदिया की कोई भूमिका सामने नहीं आई है, लेकिन भाजपा ने आरोप लगाया कि अधिकारी उपमुख्यमंत्री के लिए घूस ले रहा था। आरोपी अधिकारी का नाम गोपाल कृष्ण माधव है। वह 2015 में सिसोदिया का ओएसडी नियुक्त हुआ था। फिलहाल, जीएसडी कलेक्शन की जिम्मेदारी संभाल रहा है। केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने उसे रंगेहाथ घूस लेते धर दबोचा। तब वह जीएसटी से जुड़ा एक मामला रफादफा करने के एवज में 2 लाख रुपए ले रहा था। मनीष सिसौदिया ने कहा कि सीबीआई ने भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ कर सही किया। हम गिरफ्तारी की टाइमिंग पर सवाल नहीं उठा रहे हैं। जो भी रिश्वत लेता है, उसे तुरंत पकड़ा जाए। सीबीआई सख्त कार्रवाई करे। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा आप सरकार की जीरो टॉलरेंस पॉसिली रही है।
भाजपा प्रवक्ता सम्बित पात्रा ने ट्वीट किया कि ओएसडी मनीष सिसौदिया के लिए घूस लेता पकड़ा गया। उसने 10 लाख रुपए रिश्वत की पहली किस्त में दो रुपए ले लिए थे। आम आदमी बनने का ढोंग करने वाले ये सभी चोर हैं। अब पता चला इन्होंने लोकपाल नियुक्त क्यों नहीं किया। वहीं, पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ओएसडी तो नाम होता है, जो उसके मालिक हैं, जो हमारे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया हैं। ये सारे पैसे उन्ही की जेब में जाता है और वो उन्हीं पैसों से शाहीन बाग में बिरयानी पहुंचाते हैं। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को मतदान होना है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गुरुवार को चुनाव प्रचार थम गया।