अपराधदिल्लीराष्ट्रीय

दिल्ली दुष्कर्म दोषियों के वकील भाग रहे हैं : उच्च न्यायालय

delhनई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली दुष्कर्म में फांसी की सजा पर पुष्टिकरण सुनवाई के दौरान दोषियों के वकीलों की गैरहाजिरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा वे लोग अदालत से ‘भाग’ रहे हैं और प्रक्रिया को नजरअंदाज कर रहे हैं। सुनवाई करने वाली न्यायमूर्ति रेवा खेत्रपाल और न्यायमूर्ति प्रतिभा रानी की खंडपीठ ने मामले के दो दोषियों के वकील एम.एल. शर्मा के बार-बार गैरहाजिर रहने पर कहा ‘यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति हमने पाई है। ऐसे में हम यही कह सकते हैं।’ खंडपीठ ने कहा, ‘भागने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता। आप कहां तक भाग सकते हैं? अच्छा है कि आप अपना कदम बढ़ाइए।’’ इसके बाद अदालत ने एमिकस क्यूरी नियुक्त किए जाने की चेतावनी दी। अदालत ने यह भी टिप्पणी की कि यह सुनवाई ‘रोकने’ की ‘सोचा-समझा’ प्रयास है। अदालत ने अदालत को सूचित किए बगैर शर्मा के दिल्ली छोड़ने पर कड़ा ऐतराज जताया।अपने सहयोगी वकील के माध्यम से शर्मा ने अदालत में दाखिल शपथ पत्र में कहा है कि वे 7 अक्टूबर को न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की अदालत में दलील पेश करने जा रहे और 12 नवंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय में हाजिर होंगे।बविशेष लोक अभियोजक दयान कृष्णन ने उल्लेख किया कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का प्रभार ले चुके हैं।अदालत ने मामले के सभी चारों दोषियों पवन गुप्ता  अक्षय ठाकुर  विनय  शर्मा और मुकेश को 11 नवंबर को हाजिर करने के लिए कहा। अदालत ने कहा कि इस दौरान किसी भी दोषी के परिवार के सदस्य अदालत में मौजूद नहीं रह सकते। पीठ ने विनय और अक्षय की पैरवी करने वाले वकील ए.पी. सिंह को सोमवार को हाजिर होने का अंतिम मौका दिया। अदालत ने कहा कि इसके बाद एमिकस क्यूरी बहाल कर दिया जाएगा।

Related Articles

Back to top button