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दिल्ली पुलिस में भर्ती होने आया था गुरुग्राम गैंगरेप का सबसे कम उम्र का आरोपी

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाले 19 साल के युवा ने घर छोड़ा और भागकर गुरुग्राम आया ताकि वो दिल्ली पुलिस में भर्ती हो सके और मां-बाप का नाम रोशन कर सके, लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी ये गलती उसके पूरे गांव का सिर शर्म से झुका देगी। 

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गुरुग्राम में वह पहले से रह रहे अपने दो दोस्तों के यहां रहने लगा। 29 मई की रात वह इन्हीं दोस्तों के साथ ऑटो में सफर कर रहा था कि रास्ते में उन्हें 19 साल की एक लड़की दिखाई दी जिसकी गोद में एक बच्ची थी। इन तीनों ने उसे अपनी ऑटो में बिठाया और जो किया उससे पूरा देश दहल गया। अमित की उम्र महज 19 साल है और वह बीएससी सेकेंड ईयर का छात्र है।

उस रात हुई हैवानियत के बारे में बताते हुए अमित कहता है, ‘उस रात हम तीनों ने शराब पी जिसके बाद हम होश खो बैठे। मुझसे बहुत बड़ी गलती हुई है। मैं यहां दिल्ली पुलिस में भर्ती के लिए होने वाली परीक्षा की तैयारी करने आया था ताकि कुछ पैसे कमा सकूं।’ असल में अमित और उसके दो दोस्‍तों ने 29 मई की रात नौ महीने की बच्ची की मां के साथ एक-एक कर चार घंटे तक बलात्कार किया और बच्ची की रोने की आवाज से किसी को शक न हो इसलिए उसका मुंह दबाए रखा जिसके उसकी मौत हो गई। तीनों में से अमित की उम्र सबसे कम है।

गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेशी के लिए जाते समय अमित ने बताया, ‘ये सब शराब के नशे में हुआ क्योंकि अगर वो होश में होता तो ऐसा घिनौना अपराध करना तो दूर इसके बारे में वो सोच भी नहीं सकता।’ 

गुरुग्राम गैंगरेप के आरोप में गिरफ्तार दूसरे आरोपी और अमित के दोस्त योगेंद्र ने बताया, ‘उस रात हम तीनों शराब और खाना खरीदने के लिए बाहर निकले थे और इसी दौरान रास्ते में हमें वो बच्ची व उसकी मां मिल गईं। महिला को अपनी टाटा मैजिक ऑटो में बिठाने के बाद इन तीनों ने शराब पी और महिला के साथ छेड़खानी करने लगे। इसी दौरान उन्होंने ये प्लान बनाया कि रास्ते में कोई सही जगह दिखते ही वो लड़की के साथ मजे करेंगे। 

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दिल्ली पुलिस में नौकरी की तैयारी करने गुरुग्राम आए अमित और गैंगरेप के आरोपी उसके दो अन्य दोस्त (जयकेश और योगेंद्र) बुलंदशहर के गांव रून्सी के रहने वाले हैं। बुलंदशहर के रून्सी गांव के करीब दस परिवारों के लोग गुरुग्राम के मानेसर में किराए पर रहते हैं जिसमें से ज्यादतर लोग ड्राइवर के तौर पर काम कर अपनी रोजी रोटी कमाते हैं।  

इन तीन युवाओं की इस हरकत ने न सिर्फ उनके गांव को बदनाम कर दिया है बल्कि यहां रहने वाले बाकी मेहनकश लोगों का सिर भी शर्म से झुका दिया है।
 

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