नई दिल्ली : प्रसिद्ध गर्ल्स कॉलेज गार्गी के वार्षिक उत्सव में छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला आज लोकसभा में उठा। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने छात्राओं से बदसलूकी और और छेड़छाड़ का मामला उठाया। इस पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने जवाब देते हुए कहा कि यह मामला हमारे संज्ञान में आया कि कुछ बाहरी लोग कॉलेज में घुसे हैं, जो ठीक नहीं है। कॉलेज प्रशासन से कहा गया है कि वह इस बार में उचित कार्रवाई करे। गार्गी कॉलेज की छात्राओं का आरोप है कि कार्यक्रम के दौरान भीड़ के बीच उनसे छेड़छाड़ की गई। इतना ही नहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले को संज्ञान लेते हुए कॉलेज का दौरान करने का निर्णय लिया है। एनसीडब्ल्यू की टीम सोमवार को कॉलेज जाएग और सच का पता लगाएगी। इतनी बड़ी घटना को लेकर जहां दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसे शिकायत नहीं मिली है तो प्रिंसिपल का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी ही नहीं है।
कॉलेज में राजनीति विज्ञान के द्वितीय वर्ष की छात्रा ने बताया कि छह फरवरी को वह उत्सव में शामिल होने के लिए कॉलेज पहुंची थीं। वहां काफी ज्यादा भीड़ थी। भीड़ में उनकी सहेलियां उनसे दूर हो गईं, तभी किसी अनजान व्यक्ति ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और छेड़छाड़ करने लगा। वह किसी तरह उसकी पकड़ से छूटी और खुले स्थान की तरफ भागी। तब उन्होंने देखा कि करीब 35 वर्षीय व्यक्ति उन्हें देखकर अश्लील हरकतें कर रहा है। कॉलेज की कुछ अन्य छात्राओं ने भी बताया कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बाहरी लोग भी पहुंच गए थे। वहां कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। वहीं, कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोमिला कुमार ने कहा कि सुरक्षा के लिए पुलिस, बाउंसर और कमांडो की सेवाएं ली गईं थीं। किसी भी छात्रा या समूह ने उनसे इस बाबत कोई शिकायत नहीं की है। उन्हें ऐसी किसी भी घटना की जानकारी नहीं है। कॉलेज की छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में कार्यक्रम के दौरान ऐसे बाहरी छात्रों और युवकों ने प्रवेश किया, जिनके पास पास नहीं थे और न ही उन्हें कॉलेज में प्रवेश की अनुमति थी। कुछ पीड़ित छात्राओं का कहना है कि गलत ढंग से कॉलजे में घुसे छात्र सरेआम ड्रग्स ले रहे थे। इतना ही नहीं, सैकड़ों की संख्या में बाहरी ने कॉलेज में प्रवेश किया, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकना तो दूर टोकने तक की कोशिश नहीं की।