दिल्ली में ब्लैक फंगस से 250 से अधिक लोगों की गई जान, 900 से ज्यादा की हालत गंभीर : रिपोर्ट
नई दिल्ली : कोरोना महामारी के साथ ब्लैक फंगस बीमारी ने लोगों के लिए आफत खड़ी कर दी है । दिल्ली में अबतक ब्लैक फंगस के कारण 252 लोगों की मौत हो चुकी है । साथ ही 900 लोगों की हाल अभी भी गंभीर है । सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस की तुलना में ब्लैक फंगस 13 गुना अधिक जानलेवा है और इससे बेहद सर्तक रहने की जरूरत है ।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, ब्लैक फंगस से अब तक 252 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है । इससे पहले दिल्ली सरकार ने ब्लैक फंगस की वजह से 89 लोगों की मौत होने की जानकारी दी थी । दिल्ली में अब तक 1734 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है । इनमें से 519 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जिनमें करीब 300 से ज्यादा मरीजों को आंख या नाक की सर्जरी करानी पड़ी है । वही सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कुल 928 मरीजों का इलाज चल रहा है।
इसके अलावा रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया कि 35 ऐसे भी मरीज थे,जिन्होंने ब्लैक फंगस का उपचार लेने से इनकार कर दिया था । साथ ही चिकित्सा सलाह मानने से इनकार कर दिया । इन रोगियों को लामा श्रेणी में रखा गया है । हालांकि यह मरीज वर्तमान में चार इलाज करी रहे हैं अथवा नहीं इसकी जानकारी सरकारी रिपोर्ट में नहीं है ।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में अभी तक कोरोना संक्रमण की वजह से 1.74 फ़ीसदी मरीजों की मौत हुई जबकि ब्लैक फंगस के कारण 14.53 फ़ीसदी मरीजों की मौत हुई है । इससे पता चलता है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के लिए ब्लैक फंगस जानलेवा है और इस से सतर्क रहने की जरूरत है।
ब्लैक फंगस एक दुर्लभ फंगस इन्फेक्शन है, जो तेजी से व्यक्ति के नाक,आंख,दिमाग और साइनस में फैलता है । विशेषज्ञों के अनुसार ब्लैक फंगस पहले से ही वातावरण में मौजूद होते हैं लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण कमजोर इम्यून सिस्टम के चलते यह लोगों को अपना शिकार बना रहा है। यह फंगस शरीर में इतनी तेजी से फैलता है कि डॉक्टरों को मरीज की आंख तक निकालनी पड़ रही है । दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के 322 मरीज जबकि ब्लैक फंगस के 928 मरीज इलाजरत हैं ।