एजेंसी/ दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी स्थाई रूप से रहने वाला राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा दिया गया. रविवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्थापना दिवस पर सुप्रीम कोर्ट के तीन वर्तमान जज जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन, जस्टिस अर्जन कुमार सिकरी और जस्टिस मदन लोकुर, दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और यूनिवर्सिटी के ज्यादातर एल्युमिनी ने साथ मिलकर तिरंगा फहराया.
वाइस चांसलर्स की बैठक में हुआ था फैसला
यूनिवर्सिटी के वाइस रीगल लॉज में एक भव्य समारोह के बीच तिरंगा फहराने का कार्यक्रम किया गया. इससे पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय में बीते दिनों हुई सेंट्रल यूनिवर्सिटीज के वाइस चांसलर्स की बैठक में सभी कैंपस में स्थाई तौर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रस्ताव पास किया गया था. बैठक की अध्यक्षता मंत्री स्मृति ईरानी ने की थी.
जेएनयू से हुई तिरंगा फहराने की शुरुआत
कैंपस में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की शुरुआत जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) दिल्ली से की गई थी. जेएनयू में इस साल नौ फरवरी को हुए कथित देशविरोधी नारेबाजी की घटना के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया था. इसके बाद मंत्रालय ने कैंपस में देशभक्ति की भावना जगाने और बढ़ाने के मकसद से इस प्रस्ताव को मंजूर किया था.