नई दिल्ली। देश के अधिकतर राज्यों में मानसून के चलते भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और गोवा के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही केरल, राजस्थान, बिहार, असम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में भी आज भारी बारिश होगी। इसी बीच, आइएमडी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ घंटों में उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इनमें उत्तर प्रदेश के रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा समेत कई जिलों में बारिश होगी। रविवार दोपहर को कानपुर समेत कई जगहों जमकर बारिश हुई। वहीं, राजस्थान के मेंहदीपुर बालाजी, नदबई, बयाना, भरतपुर के आसपास क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश की संभावना जताई गई है।
बिहार के इन जिलों के लिए जारी किया गया यलो अलर्ट
बिहार में आज भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। उत्तर बिहार के गंडक किनारे वाले इलाकों में सुबह से ही बारिश हो रही है। रविवार के लिए उत्तर पश्चिम बिहार के जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज में अत्यधिक बारिश की संभावना है। इसके अलावा दक्षिण पूर्व बिहार और उत्तर मध्य बिहार के जिलों में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है। सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है।
भारी बारिश के बीच उत्तराखंड में रेड अलर्ट
भारी बारिश के चलते उत्तराखंड की नदियां उफान पर हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन बढ़ गया है। वहीं, उत्तराखंड में शारदा बैराज के आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण जल स्तर काफी बढ़ने के बाद रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। प्रशासन ने अधिक जानकारी देते हुए कहा कि बैराज का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। हम बढ़ते जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं। यह उत्तराखंड के दो जिलों और यूपी के 10 जिलों को प्रभावित कर सकता है।
मध्य प्रदेश में सामान्य से 94 फीसद अधिक बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि मध्य प्रदेश में इस साल 1 जून से अब तक औसत से 94 फीसदी अधिक बारिश हुई है। आइएमडी के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जीडी मिश्रा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने निर्धारित समय से सात दिन पहले 10 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश में पहुंचा और शनिवार तक पूरे राज्य को कवर कर लिया। उन्होंने कहा कि राज्य में एक जून से अब तक सामान्य से 94 फीसद अधिक बारिश हुई है।