दिल्ली-एनसीआर में जहरीले स्मॉग ने हालात एकबार फिर बिगाड़ दिए हैं। दिल्ली सरकार ने इसके मद्देनजर सभी पांचवीं कक्षा तक के प्राइमरी स्कूलों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि अगर जरूरी हुआ तो स्कूलों को बुधवार के बाद भी बंद किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूलों में असेंबलिंग समेत आउटडोर गतिविधियों को अस्थायी तौर पर बंद करने का आदेश दिया गया है। खबरों में बताया गया है कि स्मॉग के कारण ट्रेन और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है। लोगों से मॉर्निंग वॉक के लिए बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है।
इमरजेंसी जैसी स्थिति : एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कहा है कि दिल्ली में इमर्जेंसी जैसी स्थिति है। एनजीटी ने उप्र, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि वे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दें। इन राज्यों से 9 नवंबर तक कार्रवाई रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है।
स्थिति से निपटने के लिए ये अहम उपाय
- इन्वार्यंमेंट पॉल्यूशन (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल) अथॉरिटी (ईपीसीए) दिल्ली मेट्रो को व्यस्त समय के दौरान कम से कम 10 दिनों तक किराया कम रखने, ज्यादा कोच लगाने और फेरी बढ़ाने का आदेश दिया है।
- ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में नगर निगमों को पार्किंग शुल्क में 4 गुना इजाफा करने का आदेश दिया है।
- डस्ट पॉल्यूशन मानकों का उल्लंघन करने वाली रोड निर्माण एजेंसियों पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाने का निर्देश।
- स्थिति और बिगड़ने पर दिल्ली सरकार को फिर से ऑड-ईवन लागू करने और निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने जैसे कदम उठाने के लिए तैयार रहने का निर्देश।
क्यों बिगड़ रहे हालात
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के सदस्य सचिव ए. सुधाकर ने ईपीसीए को बताया कि पंजाब और हरियाणा से धुआंवाली हवा और पूर्वी क्षेत्र से नमीवाली हवा दिल्ली के स्थानीय प्रदूषकों के साथ मिलकर स्थिति को और खराब बना रही है। दिल्ली में अगले दो-तीन दिनों में वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार की उम्मीद बहुत कम है।