नई दिल्ली: 15 दिसंबर की रात को दिल्ली के कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में रहने वाली एक मेंटली चैलेंज्ड महिला की तीन साल की बच्ची अचानक गायब हो गई। घटना के बाद एक दुकानदार ने महिला के साथ जाकर पुलिस को सूचना दी। बाद में पुलिस को पता चला कि पास के नाइट शेल्टर में रहने वाला 24 साल का टार्जन नाम का शख्स बच्ची को अपने साथ ले गया है।
नाइट शेल्टर से पता चला कि ये शख्स झगड़ालू किस्म का है और हमेशा पेड़ पर चढ़ा रहता था, इसलिए इसे टॉर्जन कहते हैं। जानकारी जुटाने पर पता चला कि वो मासूम को लेकर पहले मंडावली गया और फिर वहां से उसे वेस्ट दिल्ली के रघुबीर नगर लेकर चला गया। रेड मारने पर पता चला कि आरोपी एक किराए के कमरे में बच्ची को बंद करके सो रहा था। जहां से सुबह होने तक उसे पकड़ लिया गया और बच्ची को सकुशल बचा लिया गया।
पूछताछ में टॉर्जन ने बताया कि उसका प्लान बच्ची को बेचने का था। ऐसे में समय रहते बच्ची को बचा लिया गया। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। बच्ची की मां को इब हास अस्पताल में भर्ती कराया गया है और बच्ची की काउंसलिंग कराई जा रही है। लेकिन एक बार फिर यह साफ हो गया है कि दिल्ली में पुलिस का खौफ बिल्कुल भी नहीं है। खासकर इस घटना से इस बात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंदिर और सड़कों पर रहने वाले किस कदर असुरक्षित हैं।