दीवाली पर स्वास्तिक बनाते समय एक गलती आप पर संकट ला सकती है….
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि दीपावली आने में अब कुछ दिन शेष रह गए है ऐसे में लोग घर पर तरह तरह की रंगोली व् डिजाइन बनाना शुरू कर देते है ऐसे में हर घर में स्वास्तिक तो जरुर बनाया ही जाता है स्वास्तिक को हिन्दू धर्म का प्रतीक माना गया है स्वास्तिक के द्वारा अगर हम कोई भी धर्म से जुडा काम करते है या फिर पूजा पाठ करते है तो वह सम्पन्न होता है पूजा पाठ में स्वास्तिक बनाने का एक अलग ही विधान है मगर दोस्तों बनाते समय हमे कुछ ऐसी गलतियाँ करने से बचना है जिनसे हमे नुकसान हो सकता है हमारे न चाहते हुए भी जाने अनजाने में हमसे ये गलतियाँ हो ही जाती है.
सबसे पहले आपको चिन्ह की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए स्वास्तिक को कभी भी ऐसे स्थान पर न बनाए जहाँ पर आपका पैर पड़ता हो अर्थात स्वस्तिक पर पैर नही पड़ना चाहिए. इसके अलावा उलटे स्वास्तिक का निर्माण कभी भी नही करना चाहिए. इसके अलावा अपने घर के मुख्य द्वार के बीचो बीच में आप स्वास्तिक न बनाए ताकि जब दरवाजा खोले तो स्वास्तिक टूट जाए ऐसा भी आप न करे.
दिवाली पर अगर आप स्वास्तिक बनाते है तो उसकी आप पूजा पाठ करे ऐसी जगह पर स्वास्तिक को न बनाए जहाँ पर स्वास्तिक का अपमान हो. अगर आप इन बातो का ध्यान रखते है तो स्वास्तिक निश्चित तौर पर आपके घर पर बरकत देता है. इसके अलावा जब भी आप घर पर स्वास्तिक बनाते है तो उसे उल्टा न बनाए क्योकि उल्टा स्वास्तिक आपके घर में संकट पैदा करता है और आने वाले समय में आपके घर में भारी नुक्सान हो सकता है या फिर आपको धन हानि हो सकती है. इसलिए कभी भी आपको स्वास्तिक को बनाना है तो उसे सीधा ही बनाए और उसकी पूजा जरुर करे.