दुनिया की सबसे डरावनी जेल, थर-थर कांपते थे कैदी!
फ्लोरिडा : अमेरिका के फिलाडेल्फिया स्थित “ईस्टर्न स्टेट पेनीटेनशियरी” जेल को सबसे “भुतहा इमारत” मानी जाती है। 1971 में बंद हुई इस जेल को 1996 में बतौर म्यूजियम फिर से खोला गया। कहा जाता है कि 1829 में बनी इस जेल में कैदियों को सिंगल सेल में बंद करके रखा जाता था। कैदियों पर अत्याचार करने के मामले में यह जेल कई बार विवादों में भी रही। जेल के सुरक्षाकर्मी काफी क्रूर थे। कैदियों को सेल से बाहर लाते समय वह उनके सिर को कपड़ों से ढक देते थे। कहते हैं कि जो कैदी उनकी बातों को मानने से मना करते, उन्हें सबसे ज्यादा प्रताडित किया जाता। वहां टॉर्चर टेक्नीक में “वाटर बाथ” काफी चर्चित था। इसमें पहले कैदियों को पानी में डूबोया जाता, फिर उन्हें बाहर लटका कर सूखने के लिए छो़ड दिया जाता था। क़डाके की ठंड के समय भी जब तक कैदियों के शरीर पर बर्फ की परत नहीं जम जाती थी, तब तक उन्हें उतारा नहीं जाता। इससे यातना देने की सीमा का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके अलावा एक “मैड चेयर” भी हुआ करता था, जिस पर बैठाकर कैदियों के शरीर के अंगों को बर्बर तरीकों से काटा जाता था।
हालांकि, यहां आने वाले कई विजटर्स का कहना है कि उन्होंने जर्जर हो चुकी जेल की दीवारों से चीखने व रोने की आवाजें सुनी हैं। कुछ का तो यह भी कहना है कि उन्होंने यहां कैदियों की परछाईं तक देखी हैं। यहां उन कैदियों की रूह भटकती है, जिन्हें सजा के दौरान बहुत प्रताड़ित किया गया था। कुछ का तो दावा है कि उन्होंने यहां कैदियों की चीख-पुकार और उनके कदमों की आहट तक सुनी हैं। वैसे रिपोर्ट के मुताबिक, सेल ब्लॉक-12 डरावनी हंसी व सुरक्षाकर्मी की परछाईं को लेकर काफी चर्चित हो चुका है।