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दुनिया में अब तक सिर्फ एक ही शख्स के पास पहुंची है यह सुपरकार

वैसे तो दुनिया में अब तक कई लक्ज़री, महंगी और सुपरकार बन चुकी है, लेकिन इस कार के मुकाबले में कोई भी कार नहीं टिक पाएगी. जी हाँ ये अब तक की दुनिया की एकमात्र सुपरकार है जो सिर्फ एक ही शख्स के पास है. आपको बता दें कि लेम्बोर्गिनी ने अपने संस्थापक के 100 वे जन्मदिन के उपलक्ष्य में अपने सबसे पहले अमेरिकी ग्राहक को कम्पनी की सबसे शक्तिशाली अवेटडोर लेम्बोर्गिनी सेंटेनेरियो की डिलीवरी दी है.

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दुनिया में अब तक सिर्फ एक ही शख्स के पास पहुंची है यह सुपरकार

इस सुपरकार का लम्बे समय से इंतज़ार किया जा रहा था. 13 करोड़ कि इस कार के लेम्बोर्गिनी ने सिर्फ 40 यूनिट ही बनाये है. और कम्पनी का कहना है कि ये सारे बिक भी चुके है.

इस कार के फीचर कि बात करे तो इसकी बॉडी को पूरी तरह से कस्टम ब्लू कलर के कार्बन फाइबर से तैयार किया गया है. इस कार के अंदर इसी रंग का लेदरभी लगा हुआ है. इस कार के इंजन कि बात करे तो इसका इंजन 749 bhp क्षमता वाला V12 इंजन है जो सिर्फ 2.8 में ही कार को 100 km प्रति घंटे की रफ़्तार दे सकता है. ये कार अधिकतम 350 किमी/घंटा की रफ़्तार से दौड़ सकती है.

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कंपनी ने कहा है कि हमने इस कार को ग्राहकों के मुताबिक तैयार किया है लेम्बोर्गिनी अमेरिका के सीओओ एलेसेंड्रा फार्मासच्ची ने एक बयान में कहा जब लेम्बोर्गिनी ने दुनिया में सर्वश्रेष्ठ सुपरकार बनाने के अपने सपने को साकार करना शुरू किया तो वह उत्पादन के माध्यम से एक बड़े वर्ग तक पहुंचना चाहता था. साथ ही वह सिमित संस्करण वाली ऐसी कार बनाना चाहता था जो ग्राहकों के हिसाब से बनी हो.

आपको बता दें कि इस पहली कार कि डिलीवरी लकड़ी के बड़े बॉक्स में की गई थी. इस लकड़ी के बड़े बॉक्स को सावधानी से खोलने का वीडियो पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है.

लुक्स और परफॉरमेंस दोनों में बेजोड़ इस कार का भारत की सड़को पर दिखना किसी सपने जैसा होगा. लेकिन अफ़सोस है कि ये कार भारत की सड़को पर नहीं दिखेगी क्योकि बहुत ही सिमित मात्रा में बनाई गई ये सारी कारें बिक चुकी है

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