दुबई में पति के लिए कर्ज में डूबी भारतीय महिला
दुबई । दुबई में एक भारतीय महिला को पूर्व पति द्वारा लिए गए कर्ज की वजह से परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उसके पूर्व पति ने उसके नाम से दो लाख दिरहम का कर्ज आठ साल पहले लिया था जिसकी उगाही के लिए बैंक उसे परेशान कर रहा है।47 वर्षीय महिला अपने बच्चे की अकेले देखभाल करती है और उसके लिए यह वक्त किसी दुस्वप्न से कम नहीं है जब पूर्व पति द्वारा लिए गए निजी ऋण और क्रेडिट कार्ड के बिल की उगाही के लिए बैंक उसके पीछे पड़ा हुआ है।दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक के मैंगलोर की रहने वाली महिला हर महीने 5 ००० रुपये कमाती है। यह 2००6 में एक ट्रैवल कंपनी में काम करने के दौरान उसके वेतन से आधा है।समाचार पत्र के मुताबिक महिला ने कहा ‘‘शुरुआत में 3 8०० दिरहम की ईएमआई चुकाना बेहद आसान था मैं तब यह कर सकती थी लेकिन नौकरी छूट जाने के बाद मैं अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती और मुझे उधार लेना पड़ता है।’’उसने कहा ‘‘मैंने गलती की जो अपने पति को मुझे उधारकर्ता बनाने दिया। मुझमें मेरे पति की तरह काबिलियत नहीं थी तब वे फ्रीलांस डिजायनर थे। लेकिन किसने सोेचा था कि वह मुझे छोड़ देंगे और मुझे परेशानियों में छोड़ जाएंगे?’’बेटी का संरक्षण मिलने के बाद से महिला के पति को नहीं ढूंढा जा सका है। संयुक्त अरब अमीरात की अदालत ने उन्हें हर महीने का खर्च देने के निर्देश दिए थे।बैंक अधिकारियों ने कथित रूप से महिला का उत्पीड़न किया है जो अकसर उसके दफ्तर आकर पुलिस में मामला दर्ज कराने की धमकी देते हैं। महिला ने कहा ‘‘मैं दुस्वप्न में जी रही हूं। मेरी बेटी ने कॉलेज छोड़ दिया है और मुझे बैंक से फोन आ रहे हैं। उनके एजेंट अकसर मेरे दफ्तर में दिख जाते हैं और पुलिस में शिकायत करने की धमकी देते हैं। गिरफ्तारी और बेटी से अलग होने के डर से मैंने कई सालों से यह देश नहीं छोड़ा है। हमारी मदद के लिए यहां कोई नहीं है और इसलिए मैं यह कल्पना नहीं कर सकती कि मेरे जेल चले जाने के बाद उसके साथ क्या होगा।’’