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दुर्गाकुण्ड में मछलियों का मरने का सिलसिला जारी
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के ऐतिहासिक दुर्गाकुण्ड में मछलियों के मरने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा तथा पानी की सतह पर बहुत बड़ी संख्या में मरी मछलियां देखी गयीं । इस मामले में मन्दिर प्रशासन और नगर निगम के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है । नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.एस.एस.पी. वर्मा का आरोप है कि कुण्ड में ज्यादा मात्रा में सिन्दूर एवं अन्य पूजा सामग्री डालने से मछलियां मर रही हैं जबकि दुर्गा मन्दिर के महन्त कौशलपति द्विवेदी ने इसे सिरे से खारिज करते हुए नगर निगम को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराया । उन्होंने कहा कि नगर निगम हर छह माह में कुण्ड का पानी बदलवाता था लेकिन गत दस माह से न तो कुण्ड की सफाई हुई है और न ही पानी बदला गया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो. संजय सिंह ने बताया कि सिन्दूर में लेड और मरकरी की मिलावट की जा रही है और पानी में घुला ऐसा सिन्दूर मछलियों की जान लेने के लिए काफी है ।
विशेषज्ञों का मानना है कि कुण्ड के पानी में आक्सीजन की कमीके चलते मछलियां मर रही हैं और पिछले तीन दिनों में दर्जनों क्विंटल मछलियां मर चुकी हैं । आश्चर्य की बात यह है कि मरने वाली सभी मछलियां एक ही प्रजाति तिलैटिया की हैं और उन सबका आकार भी लगभग एक जैसा है । कुण्ड में मौजूद दूसरी प्रजाति की मछलियां जीवित हैं ।