दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा वायुसेना का ‘जगुआर’, पायलट ने कराई सुरक्षित लैंडिंग
भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान गुरुवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बचा। उड़ान के कुछ समय बाद विमान से एक पक्षी टकरा गया। जिससे विमान का एक इंजन फेल हो गया। पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए विमान में लगे हुए अतिरिक्त फ्यूल टैंक और ट्रेनिंग बम को नीचे गिरा दिया। जिसके बाद विमान की अंबाला एयरफोर्स बेस पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई। विमान से गिराए गए फ्यूल टैंक और ट्रेनिंग बम को बरामद कर लिया गया है।
इससे पहले 8 जून को गोवा एयरपोर्ट पर भारतीय नौसेना के मिग 29K विमान से गिरे फ्यूल टैंक के कारण कुछ समय के लिए विमानों का परिचालन बंद करना पड़ा था। बताया गया था कि उड़ान भरने के दौरान तकनीकी खामियों के कारण पायलट को फ्यूल टैंक को गिराना पड़ा था।
क्या होता है फ्यूल टैंक (ड्रॉप टैंक)
प्रत्येक विमान में ईंधन भरने की एक निश्चित क्षमता होती है। उनकी इसी क्षमता को बढ़ाने के लिए विमानों में बाहर से अतिरिक्त फ्यूल टैंक (ड्रॉप टैंक) जोड़े जाते हैं। इससे विमान के उड़ान भरने की क्षमता में वृद्धि होती है। आपात स्थिति में पायलट जब चाहे तब इस अतिरिक्त फ्यूल टैंक को विमान से अलग कर सकता है।