इंदौर: बेटी की रिसेप्शन में शामिल होने छिंदवाड़ा जा रहे रास्ते में बस एक्सीडेंट का शिकार हुए वर्मा के परिवार के 12 लोगों का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर पूरा इंदौर शहर गमगमीन था। दो दिन पहले दुल्हन बनी बेटी के सामने मां का शव रखा था और वह बार-बार मां का चेहरा दिखाने के लिए मिन्नतें कर रही थी। बता दें कि बेटी के रिसेप्शन में शामिल होने छिंदवाड़ा जा रहे वर्मा परिवार के सदस्यों की बस सोहागपुर के पास मंगलवार सुबह पलट गई थी, जिसमें मां सहित परिवार के 15 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से 12 लोगों का सुबह मालवा मिल और भमोरी स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
वर्मा परिवार ने शनिवार को बेटी जया की शादी इंदौर से ही की थी। पूरा परिवार बेटी के रिसेप्शन में शामिल होने छिंदवाड़ा के चांदामेटा जा रहा था। इस दौरान बस हादसे में मां मंजू सहित परिवार के 15 लोगों की मौत हो गई। हादसे की जानकारी लगते ही बदहवास बेटी इंदौर के लिए निकल पड़ी। वह मंगलवार रात इंदौर पहुंची। बुधवार सुबह जब मां का शव घर पहुंचा तो वह चीख पड़ी। बदहवास बेटी बस सबसे यही करती रही अभी कल ही तो मैं मां से मिलकर गई थी। ये क्या हो गया… बस एक बार मां का चेहरा दिखा दो। यह कहते-कहते वह जमीन पर गिर पड़ी। हादसे में वर्मा परिवार के चार लोगों की मौत हुई है। इसमें संतोष वर्मा बुरी तरह से घायल हो गए हैं, जबकि पत्नी मंजू की मौत हो गई है। भाई ओमप्रकाश और उनकी पत्नी कौशल्या की भी मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं भाई अशोक वर्मा के छह वर्षीय बेटे अरनव की भी मौत हो गई है। इन चारों की शवयात्रा नेहरू नगर स्थित निवास ने निकली।