दिल्ली: स्वदेशी बोफोर्स तोप धनुष का पुष्टि परीक्षण शुरू हो चुका है और अगले साल तक इसका परीक्षण जारी रहेगा। रक्षा सूत्रों ने बताया कि अगर स्वदेश निर्मित तोप का परीक्षण सकारात्मक रहा तो इसके बड़े पैमाने पर उत्पादन की मंजूरी (बीपीसी) का रास्ता साफ हो जाएगा। जानकारों के मुताबिक इसकी मारक क्षमता काफी बेहतर है। जाहिर है, दुश्मनों पर हमले करने को लेकर देसी बोफोर्स कारगर साबित होगी। सेना पहले चरण में आयुध फैक्टरी बोर्ड (ओएफबी) को 1200 करोड़ रुपए की लागत वाले 114 ऐसी तोपों की आपूर्ति का ऑर्डर देगी।सूत्रों के अनुसार, पुष्टि परीक्षण चल रहे है और अगर वे सफल रहे तो सेना के लिए बड़े पैमाने पर तोपों का उत्पादन किया जाएगा। गन कैरेज फैक्टरी जबलपुर पहले छह महीने के अंदर छह तोपों और अगले एक वर्ष में 12 तोपों की आपूर्ति की योजना बना रही है।वर्ष 1987 में स्वीडन से बोफोर्स तोप खरीदे जाने के बाद से धनुष सेना द्वारा हासिल की जाने वाले पहले तोप होंगे। यह बोफोर्स का संशोधित प्रारूप है और इसका 2013 में शीत परीक्षण और 2014 में ग्रीष्म परीक्षण हो चुका है। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने इस वर्ष की शुरुआत में कहा था कि 155:45 मिमी कैलिबर की धनुष तोपों का परीक्षण सफल रहा है।
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