दुष्कर्म के बाद किया निकाह और फिर ससुराल में कई ने लूटी अस्मत
मालेरकोटला (संगरूर)। एक महिला ने 17 वर्षीय नाबालिग लड़की को अपने झांसे में लेकर देवर से उसकी अस्मत लुटवा दी। बाद में उसने पीडि़ता की शादी देवर से करवा दी, लेकिन ससुराल में उसे पति के भाइयों ने हवस का शिकार बना दिया।
जब वह परिवार से अलग रहने लगी तो दो और लड़कों ने उसकी अस्मत लूटी। इसके बाद उसके पति ने उसे तलाक दे दिया। पीड़िता ने अब एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़िता के मुताबिक वह सिलाई का काम करती है। इसी दौरान उसकी जान पहचान एक महिला से हुई। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई। इस दौरान महिला ने अपने देवर इलियास से उसकी मुलाकात करवाई।
वह भी इलियास से घुलमिल गई। एक दिन पीड़िता उस महिला के घर गई। महिला ने कहा कि वह किसी काम से बाजार जा रही है, जल्दी लौट आएगी तब तक वह वहां बैठ जाए।
घर पर इलियास भी मौजूद था। इलियास मौका पाकर उससे छेड़छाड़ करने लगा। उसने विरोध किया तो वह उसे धमकी देने लगा। इसके बाद इलियास ने उससे दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने जब घर जाकर अपनी मां को इस घटना संबंधी बताया तो पीडि़ता की मां उस महिला के घर गई। मामले में निकाह करने पर समझौता हो गया। इलियास व पीडि़त लड़की का निकाह करवा दिया गया।
इसके बाद 29 फरवरी को पीडि़ता का निकाह इलियास से हो गया। पीडि़ता के मुताबिक निकाह के बाद उसका जीवन नरक बन गया। उसका पति बिना उसकी मर्जी के भी उससे कभी भी कहीं भी शारीरिक संबंध बनाने लगा। यही नहीं उसके जेठ व देवर भी उसे बहशी निगाह देखने लगे। एक दिन जेठ व देवर ने मिलकर उससे छेड़छाड़ की और दुष्कर्म किया।
पीड़िता के मुताबिक जब उसने यह बात अपने पति को बताई तो उसने किराये पर एक घर ले लिया। यहां भी उसकी मुश्किलें कम नहीं हुई। यहां 17 अप्रैल को 2 लड़कों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। उससे मारपीट भी की गई। इस घटना के बाद उसके पति ने उससे तलाक ले लिया।
पीड़िता ने अब पति, जेठ सहित 6 व्यक्तियों पर आरोप लगाते हुए एसएसपी से इंसाफ की मांग की, लेकिन डीएसपी समक्ष पड़ताल के दौरान पीडि़ता अपनी जेठानी व देवर के खिलाफ ठोस गवाह या पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सकी।
जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने मोहम्मद इलियास, जमीला उर्फ जीलो, मोहम्मद शमशाद उर्फ बब्बू, फरदीन इकबाल उर्फ मुनबर निवासी मालेरकोटला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।