दूसरी तिमाही में वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान : एचएसबीसी
मुंबई : ब्रिटेन की ब्रोकरेज कंपनी एचएसबीसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल मूल्य बर्धन(जीवीए) 6.3 प्रतिशत रह सकता है। साथ ही मुद्रास्फीति जोखिम के कारण रिजर्व बैंक अगली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में कमी लाने से बचेगा। जुलाई-सितंबर तिमाही में वृद्धि का आंकड़ा गुरूवार को जारी होने की संभावना है वहीं रिजर्व बैंक 6 दिसंबर को मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करेगा। ब्रोकरेज कंपनियों के अर्थशास्त्रियों के अनुसार पुनरूद्धार हल्का रहने की संभावना है जबकि मुद्रास्फीति जोखिम बढ़ा है। एक नोट में उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में जीवीए 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह इससे पूर्व तिमाही में तीन साल के न्यूनतम स्तर 5.7 प्रतिशत के मुकाबले अधिक है। हालांकि 6.3 प्रतिशत की वृद्धि अर्थव्यवस्था की क्षमता से कहीं कम है। इसमें कहा गया है कि प्रमुख फसल का उत्पादन कम होने से कृषि वृद्धि नरम रहेगी। पशुपालन क्षेत्र में वृद्धि दीर्घकालीन औसत से कम रहेगी जिसका असर कृषि वृद्धि पर पड़ेगा वहीं औद्योगिक वृद्धि 4 प्रतिशत से अधिक रहेगी क्योंकि विनिर्माण क्षेत्र में तेजी आ रही है।