ऑटोमोबाइल

देखिये, भारत की टॉप रेटिंग वाली सबसे सुरक्षित कारें, टक्कर लगने पर नहीं होता कोई नुकसान…

ग्लोबल NCAP प्रोग्राम को तकरीबन 40 साल पहले लॉन्च किया गया था। वहीं अब भारत में भी NCAP के प्रति जागरूकता पैदा हो रही है। जल्द ही भारत भी अपना भारत न्यू व्हीकल सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम क्रेश टेस्ट लांच करेगा। देश की सभी गाड़ियों को नए सेफ्टी AIS-145 सिस्टम के तहत अपडेट किया जा रहा है। AIS 145 यानी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री स्टैंडर्ड 145 के तहत भारत में यात्री कारों को सीट बेल्ट वार्निंग, एयरबैग्स, स्पीड वार्निंग और रिवर्स पार्किंग असिस्ट जैसे सेफ्टी फीचर्स से लैस होना जरूरी है।

वहीं पिछले साल हुए ग्लोबल NCAP क्रेश टेस्ट में कुछ ही कारें इस टेस्ट को पास कर पाईं, जबकि कुछ कारों को जीरो रेटिंग ही मिली। इनमें टाटा जेस्ट को 2016 के ग्लोबल NCAP क्रेश टेस्ट में 5 से 4 की रेटिंग मिली। टाटा जेस्ट के 2016 की ग्लोबल एनसीएपी रेटिंग में 4/5 स्टार रेटिंग मिल चुकी है। वहीं जेस्ट को एडल्ट प्रोटेक्शन में 17 में से 11.15 स्कोर मिला है, जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में 49 में से 15.52 स्कोर के साथ 2 स्टार रेटिंग मिली है। जेस्ट में ट्विन एयरबैग्स के साथ ड्राइवर सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। वहीं जेस्ट में बाद में एबीएस और ईबीडी जैसे फीचर शामिल किए गए।

सब-4 मीटर सेगमेंट में सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी को ग्लोबल NCAP क्रेश टेस्ट में 5 में 4 रेटिंग मिली थी। ब्रेजा को यह रेटिंग अडल्ट ऑक्यूपेंसी में मिली थी। हालांकि चाइल्ड ऑक्यूपेंसी में ब्रेजा को केवल 2 स्टार ही मिले थे। ब्रेजा को एडल्ट प्रोटेक्शन में 17 में से 12.51 स्कोर मिला है, जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में ब्रेजा को 49 में से 17.93 स्कोर के साथ 2 स्टार रेटिंग मिली है। टेस्ट के दौरान 18 महीने के बच्चे की डमी प्रयोग की गई, जिसमें उसके सिर और कंधों पर चोट लगी। वहीं इसमें लगा आइसोफिक्स फीचर ग्लोबल एनसीएपी स्टैंडर्ड्स के मुताबिक नहीं मिला। ब्रेजा में ट्विन एयरबैग्स, एबीएस, ईबीडी, ड्राइवर सीट बेल्ट रिमाइंडर और आइसोफिक्स चाइल्ड सीट माउंट्स जैसे सेफ्टी फीचर दिए गए हैं।

ग्लोबल एनसीएपी क्रेश टेस्ट में लिवा को 4/5 स्टार रेटिंग मिल चुकी है। लिवा को 2016 के क्रेश टेस्ट में एडल्ट प्रोटेक्शन रेटिंग में 16 में 13 स्कोर और चाइल्ड प्रोटेक्शन में 49 में से 20.02 स्कोर के साथ 2 स्टार रेटिंग मिली थी। 64 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर हुए क्रेश टेस्ट में लिवा क्रेश के बाद भी स्टेबल रही। लिवा पर हुआ यह क्रेश टेस्ट डुअल एयरबैग्स वाले वर्जन पर किया गया था। लिवा में फ्रंट सीटबेल्ट प्रिटेंशनर्स, डुअल फ्रंट एयरबैग फ्रंट पैसेंजर फ्रंचल एयरबैग जैसे सेफ्टी फीचर हैं। वहीं इसके अपडेटेड वर्जन में एबीएस, ईबीडी और आइसोफिक्स जैसे फीचर बाद में शामिल किए गए हैं।

पोलो पहली मेड इन इंडिया कार है जिसे किसी सेफ्टी रेटिंग ऑर्गेनाइजेशन ने टेस्टिंग की हो। डुअल बैग्स के बिना पोलो को जीरो स्टार रेटिंग मिली थी, लेकिन दो एयरबैग्स वाली पोलो के वर्जन को 2014 में ग्लोबल एनसीएपी क्रेश टेस्ट में 4/5 स्टार रेटिंग मिल चुकी है। वहीं एडल्ट क्रेश टेस्ट 17 में से 12.54 स्कोर मिल चुका है, जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में 49 में से 29.91 स्कोर के साथ 3 स्टार मिल चुके हैं। पोलो में ट्विन एयरबैग्स, एबीएस जैसे सेफ्टी फीचर दिए गए हैं। 2014 में पोलो में एबीएस, ISOFIX चाइल्ड सीट माउंटस, सीट बेल्ट रिमाइंडर जैसे फीचर नहीं आते थे।

टाटा नेक्सन को हाल ही में इंडिया की सबसे सुरक्षित कार घोषित किया गया है। ग्लोबल एनसीएपी (न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम) की रेटिंग में नेक्सन को 5/5 स्टार मिले हैं। अडल्ट ऑक्यूपेंसी में 17 में से 13.56 अंक के साथ 4 स्टार रेटिंग, चाइल्ड ऑक्यूपेंसी में 49 में 25 अंकों के साथ 3 स्टार रेटिंग मिली है। 3,994 एमएम लंबाई वाली टाटा नेक्सन को पिछली बार 4 स्टार रेटिंग मिली थी, लेकिन इस बार सीट बेल्ट रिमाइंडर फीचर को शामिल करने के बाद नेक्सन की रेटिंग में बढ़ोतरी हुई। नेक्सन में एबीएस (एंटी लॉक ब्रेक्रिंग सिस्टम) के साथ 2 एयरबैग्स भी दिए गए हैं, वहीं एक्सजेड प्लस और एक्सजेडए प्लस वैरियंट में आईसोफिक्स (चाइल्ड सीट फिटिंग सिस्टम) फीचर भी दिया गया है। वहीं ग्लोबल NCAP में नेक्सन को स्टेबल बताया गया है। नेक्सन के सभी वेरियंट्स में दो एयरबैग्स, एबीएस और ISOFIX चाइल्ड सीट माउंट्स स्टैंडर्ड मिलते हैं।

अफ्रीका महाद्वीप में बेची जाने वाली होंडा अमेज मेड इन इंडिया ही है। वहीं ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में होंडा अमेज को 4 स्टार रेटिंग मिली है। 64 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से किए गए फ्रंट क्रैश टेस्ट में एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में अमेज को ये रेटिंग दी गई है। अमेज में ड्राइवर के लिए सीट बेल्ट रिमाइंडर स्टैंडर्ड मिलता है। टेस्ट किए मॉडल में 2 एयरबैग्स लगे थे। टेस्ट में अधिकतम अडल्ट सेफ्टी रेटिंग 17.00 है, जबकि अमेज को 14.08 रेटिंग मिली। वहीं चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में अमेज को वन स्टार रेटिंग मिली है। टेस्टिंग के दौरान चाइल्ड डमी कार के इंटीरियर को छू गई, जिससे चोट लगने की संभावनाएं बढ़ गईं। इस टेस्ट में 2019 मॉडल की राइट हैंड ड्राइव 5 डोर सेडान कार का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि ग्लोबल NCAP ने कार के कर्ब वेट का खुलासा नहीं किया, लेकिन ये जरूर बताया कि क्रैश टेस्ट का वजन 1,173 किग्रा था।

भारत में निर्मित हो रही मारुति सुजुकी इग्निस को अफ्रिका में निर्यात किया जाता है। ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में इग्निस को 3 स्टार रेटिंग मिली है। इग्निस को ये रेटिंग 64 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से किए गए फ्रंट क्रैश टेस्ट में मिली है। वहीं इग्निस के स्ट्रक्चर को भी अनस्टेबल बताया गया है। इग्निस को अडल्ट प्रोटेक्शन के लिए 17.00 में से 9.99 रेटिंग मिली है वहीं चाइल्ड सेफ्टी को लेकर 49.00 में से 8.00 अंक मिले हैं। टेस्ट की गई इग्निस 2019 मॉडल की राइट हैंड साइड ड्राइव वाली थी और उसका क्रैश टेस्ट वजन 1,092 किग्रा था, जबकि कर्ब वेट 860 किग्रा था। कर्ब वेट और क्रैश टेस्टट के वजन में अंतर डमी और इक्विमेंट्स के चलते आया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ड्राइवर के घुटनों की पर्याप्त सुरक्षा नहीं है और गंभीर चोट लगने का खतरा है। वहीं पैसेंजर के घुटनों की सुरक्षा पर्याप्त है। साथ ही, इग्निस का ड्राइवर साइड का सीट बेल्ट रिमांइडर ग्लोबल NCAP के मुताबिक नहीं पाया गया है।

महिन्द्रा मोटर्स की मराजो को पिछले साल अक्टूबर में लॉन्च किया गया था। ग्लोबल एनसीएपी रेटिंग में मराजो को 4/5 स्टार रेटिंग मिली थी। मराजो देश की पहली मल्टी पर्पज व्हीकल है, जिसे इतनी रेटिंग मिली है। मराजो में स्टैंडर्ड डबल एयरबैग्स के साथ, सीट बैल्ट रिमाइंडर, एबीएस, फ्रंट सीट बेल्ट प्रिटेंशनर्स और रिअर सीट्स में आईसोफिक्स एंकर्स दिए गए हैं। मराजो को एडल्ट प्रोटेक्शन में 17 में से 12.85 स्कोर मिला है, वहीं चाइल्ड प्रोटेक्शन में 49 में 22.22 स्कोर के साथ 2 स्टार रेटिंग मिली है।

Related Articles

Back to top button