देश का सबसे ऊंचा तिरंगा तेज हवा के कारण क्षतिग्रस्त
एजेंसी/ हैदराबाद : 2 जून को तेलंगाना के स्थापना दिवस के मौके पर बड़ी ही शान से राजधानी हैदराबाद में मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के हाथों लहराया गया देश का सबसे ऊंचा तिरंगा तेज हवा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी कारण सोमवार को इसे उतारना पड़ा।
राष्ट्रीय ध्वज के प्रति कड़े कोड को देखते हुए अधिकारियों ने इसकी जगह दूसरा तिरंगा सोमवार रात को ही लगा दिया। ध्वज कोड के अनुसार, क्षतिग्रस्त ध्वज को डिस्प्ले नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना झंडा का आकार इतना बड़ा है, इसी कारण इसे नुकसान हुआ है।
उनका कहना है कि तिरंगे की लंबाई और ऊंचाई का अनुपात सही नहीं था। कई लोगों का कहना है कि भले ही कोलकाता की कंपनी ने इसे 1.3 करोड़ की लागत से बनाया है, लेकिन इसमें प्रयोग किए गए मैटेरियल की क्वालिटी अच्छी नहीं थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि तिरंगे के क्षतिग्रस्त होने के कारणों की जांच की जाएगी। हालांकि ट्रांसपोर्ट के प्रधान सचिव, सुनील शर्मा ने दावा किया कि झंडे को रखरखाव के लिए उतारा गया है। शर्मा ने तिरंगे के क्षतिग्रस्त होने से इन्कार किया है।