दस्तक टाइम्स/एजेंसी: नयी दिल्ली । देश में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को वर्दी नसीब हुई है। जी हां चेन्नई की रहने वाली के पृथिका यशिनी जल्द ही भारत की पहली सब-इंस्पेक्टर होंगी। पृथिका को मद्रास हाई कोर्ट ने गुरुवार को इस पद के लिए योग्य उम्मीदवार घोषित किया है।
कोर्ट के इस फैसले के बाद पृथिका यशिनी के अप्वाइंटमेंट का रास्ता साफ हो गया है। इसके अलावा मद्रास हाईकोर्ट ने भर्ती बोर्ड को यह निर्देश भी दिया है कि वह नियमों में बदलाव करे, ताकि राज्य पुलिस बल में ट्रांसजेंडरों की भर्ती की जा सके।
उल्लेखनीय है कि पृथिका यशिनी का जन्म और पालन पोषण प्रदीप कुमार के तौर पर हुआ। कम्प्यूअर एप्लिकेशन में स्नातक करने के बाद उनकी सेक्स बदलने के लिए सर्जरी हुई और वे प्रदीप से पृथिका बन गईं।
सब इंस्पेक्टर बनने के उनके आवेदन को पुलिस भर्ती बोर्ड ने खारिज कर दिया था। क्योंकि उनका नाम और ओरिजिनल सर्टिफिकेट्स मेल नहीं खाते थे। साथ ही भर्ती के फॉर्म में थर्ड जेंडर की कैटेगिरी नहीं थी। ट्रांसजेंडर्स के लिए कोटा, कंसेशनल कट ऑफ, फिजिकल परीक्षा या इंटरव्यू की व्यवस्था भी नहीं थी। फिजिकल एग्जाम में हो गईं थी फेल पृथिका ने भर्ती के लिए फिजिकल एग्जाम भी दिया था। वो सारे फिजिकल टेस्ट पास कर ली थीं। सिर्फ 100 मीटर की दौड़ में पृथिका 1.1 सेकेंड से पीछे रह गई थी। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मद्रास कोर्ट ने कहा है कि फिजिकल टेस्ट में 1.1 सेकंड में हुई देरी पृथिका के सब-इंस्पेक्टर बनने की राह में रोड़ा नहीं बन सकता।