देश की राजधानी में 35099 और आगरा में करीब 46 हजार शस्त्र
इसे आत्मरक्षा के प्रति संवेदनशीलता कहें, कानून व्यवस्था से उठता भरोसा या हथियार रखने का शौक। कुछ भी हो लेकिन हथियारों की प्रति दीवानगी में आगरा वालों ने कई प्रांतों और संघ शासित राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। यहां करीब 46 हजार लाइसेंसी हथियार हैं और हजारों की संख्या में लोग लाइसेंस पाने की लाइन में हैं।
आगरा आयुध विभाग के रिकार्ड के मुताबिक जिले में करीब 46,000 लाइसेंसी शस्त्र हैं। जिनमें शहरी क्षेत्र में करीब 26,000 और ग्रामीण अंचल लगभग 20,000 शस्त्र हैं। अभी करीब तीन हजार फाइलें हाईकोर्ट के पाबंदी के चलते थानों और तहसीलों में धूल फांक रही हैं। जिले की आबादी करीब 40 लाख है। इन आंकड़ों की तुलना देश की राजधानी दिल्ली से करें तो यहां की जनसंख्या 16,753,235 है और यहां लाइसेंस हथियार करीब 35099 हैं। यदि हाईकोर्ट का प्रतिबंध समाप्त हो जाए तो आगरा लाइसेंसी हथियारों के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य गुजरात के बराबरी कर लेगा।
वर्तमान में गुजरात की आबादी करीब 60,383,628 है। जनसंख्या के सापेक्ष वहां लाइसेंसी हथियारों की संख्या 59528 है। इसी प्रकार हिमाचल प्रदेश में 6,856,509 आबादी के सापेक्ष महज 33133 असलाह हैं। इनके अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, अंडमान निकोरबार आइलैंड, असम, छत्तीसगढ़, दादर नगर हवेली, दमन द्वीव, झारखंड, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, मेघालय, मनीपुर आदि प्रांत के लोगों के पास आगरा वालों से भी कम लाइसेंसी हथियार हैं।
देश के 30 प्रतिशत से अधिक लाइसेंसी हथियार यूपी में
देश के करीब 30 प्रतिशत से अधिक लाइसेंसी हथियार उत्तर प्रदेश में हैं। आबादी के हिसाब से भी उत्तर प्रदेश देश के सभी राज्यों को मात कर रहा है। यहां आबादी करीब 199,581,477 है तो उसके सापेक्ष हथियारों की संख्या करीब 11.90 लाख है। देश में कुल लाइसेंसी शस्त्र करीब 31,25,584 हैं। उसमें से अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 11.90 लाख लाइसेंस हैं।
कुछ प्रमुख राज्यों की जनसंख्या और हथियार
राज्य जनसंख्या असलहा
यूपी 199,581,477 1190181
राजस्थान 68,621,012 132501
जम्मू कश्मीर 12548926 272271
पंजाब 27,704,236 352213
हरियाणा 25,353,081 139771
मध्य प्रदेश 72,597,565 243178
कर्नाटक 61,130,704 101578