शताब्दी समारोह में बोले PM – बिहार में सरस्वती और लक्ष्मी एक साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के एक दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच चुके है। PM मोदी शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने पटना विश्वविद्यालय पहुंच गए हैं। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल सतपाल मलिक और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी शिरकत कर रहे हैं। शताब्दी समारोह के कार्यक्रम में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया। CM नीतीश के बाद जब पीएम मोदी के भाषण देने के लिए मंच पर पहुंचे तो वहां उपस्थित स्टूडेंट मोदी-मोदी चिल्लाने लगे। भाषण के दौरान मोदी ने कहा कि पहले जितने प्रधानमंत्री हो गए वह मेरे लिए कई अच्छे काम छोड़कर गए हैं। समारोह में पीएम ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ की। चीनी कहावत की बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर आप पीढ़ियों का सोचते हैं तो मनुष्य बोइए। यह पटना यूनिवर्सिटी इसका उदाहरण है। जो बीज 100 साल पहले बोया गया, उसी का फल है कि कई लोगों ने मां सरस्वती की पूजा की और साथ ही इस देश को काफी कुछ दिया। पीएम मोदी ने कहा कि सिविल सर्विसेज परीक्षा में पहले पांच में कोई स्टूडेंट न हो ऐसा नहीं हो सकता है। बिहार के पास सरस्वती मां की कृपा है, लक्ष्मी की कृपा भी बन सकती है। पीएम मोदी ने कहा कि जितनी पुरानी गंगा धारा है, बिहार के पास उतनी पुरानी ज्ञान धारा की विरासत है। नालंदा को कौन भूल सकता है। मोदी ने कहा कि बिहार में सरस्वती और लक्ष्मी को एक साथ चलाना है।
PM मोदी ने कहा कि आज की चुनौती यह नहीं है कि क्या नया सिखाएं, बल्कि यह है कि पुराना कैसे भूलाएं। अनलर्न करना, लर्न करना, रीलर्न करना आज की जरूरत है। दिमाग खोलने का अभियान चलाना होगा। दिमाग जब खाली होगा तो नए चीजों को भरने की जगह बनेगी। साथ ही, मोदी ने कहा कि दुनिया में वही देश विकास कर सकता है जो इनोवेशन को लागू करे। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया हमें सांप संपेरों का देश मानती थी। पहले वह सोचते थे भारत यानी भूत प्रेत, भारत माने अंधविश्वास. लेकिन जब आईटी रेवोल्यूशन में हमारे बच्चों ने ऊंगलियों पर दुनिया दिखाना शुरू कर दिया तो दुनिया की आंखें खुल गई। समारोह में नीतीश कुमार ने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि पटना यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज पढ़ाई करना सौभाग्य की बात है। उन्होंने बताया, वह इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं जाना चाहते थे। CM नीतीश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के 350वें प्रकाश उत्सव में हिस्सा लिया था, तभी यह बात हुई थी कि मोदी अलग से फिर पटना आएंगे। साथ ही, नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी की मांग की और पीएम मोदी से कहा कि सभी आपकी तरफ बड़ी उम्मीदों से देख रहे हैं।
इससे पहले एयरपोर्ट पर बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीएम को एक किताब देकर तो वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुलाब देकर मोदी का स्वागत किया। PM मोदी यहां पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे। मोदी की सुरक्षा के लिए यहां कड़े इंतजाम किए गए हैं। पीएम मोदी के पटना में आगमन को लेकर बड़े-बड़े होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं। यह कार्यक्रम पटना यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज के ग्राउंड में शुरु होगा। बिहार यूनिवर्सिटी के इस समारोह के बाद वह मोकामा में प्रधानमंत्री नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत चार निकास प्रणाली परियोजनाओं की और 4 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इन परियोजनाओं का कुल खर्च 3700 करोड़ रुपए से अधिक होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।