हैदराबाद। विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने गुरुवार को कहा कि भारत को 2०2० तक 1 6०० नए विमानों की जरूरत होगी। इस पर 2०5 अरब डॉलर खर्च आएगा। पिछले साल 1 45० विमानों की जरूरत का अनुमान जताया गया था जिस पर 175 अरब डॉलर खर्च आने की बात कही गई थी। बोइंग कमर्शियल एयरप्लेंस के बिक्री उपाध्यक्ष दिनेश केस्कर ने इंडिया एविएशन 2०14 में संवाददाताओं से कहा कि कंपनी भारत को लेकर उत्साहित है। उन्होंने कहा कि कंपनी का अनुमान भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सोच और उड्डयन क्षेत्र के विकास के लिए बनाई गई कई योजनाओं पर आधारित है। केस्कर ने कहा कि मंत्रालय के मुताबिक देश में विमानों की संख्या वर्तमान 4०० से बढ़कर अगले छह साल में 1 ००० तक पहुंच सकती है। केस्कर ने कहा ‘‘14 साल में यह संख्या और 1 ००० बढ़ सकती है।’’ उन्होंने कहा कि भारत को आपूर्ति किए गए ड्रीमलाइनर 787 में कोई सुरक्षा संबंधी मुद्दा नहीं उठा है। केस्कर ने इस बात को खारिज किया कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने बोइंग को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा ‘‘हमें आकर प्रस्तुति देने के लिए कहा गया है क्योंकि एक नियामक के तौर पर महानिदेशालय को कदम उठाना है।’’ उन्होंने कहा कि बोइंग ने दुनिया भर में 16 विमानन कंपनियों को 122 ड्रीमलाइनर 787 की आपूर्ति की है।