उत्तर प्रदेश

देश-विदेश के छात्रों ने इतिहास एवं नागरिक शास्त्र के विभिन्न आयामों को उजागर किया

अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किये जा रहे चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय इतिहास एवं नागरिक शास्त्र महोत्सव ‘रिफलेक्शन-2017’ के तीसरे दिन आज श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश व देश के कोने-कोने से पधारे बाल इतिहासकारों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने ज्ञान-विज्ञान का बेहतरीन प्रदर्शन कर इतिहास व नागरिक शास्त्र के नये-नये तथ्यों को उजागर किया, साथ ही मित्रता, सौहार्द व आपसी भाईचारा का संदेश भी प्रवाहित किया। ‘रिफलेक्शन-2017’ के अन्तर्गत प्रतिभागी छात्रों ने आज लीग ऑफ नेशन्स (ग्रुप डिस्कशन), प्लैटो पॉन्डरिंग्स (भाषण), इंडीवर (प्रोजेक्ट ऑफ कम्युनिटी सर्विस) एवं आस्ट्रा ग्रेस (कोरियोग्राफी) प्रतियोगिताओं से आदिम सभ्यता से लेकर वर्तमान युग तक की मानव सभ्यता के निरन्तर विकास की कहानी का ऐसा अभूतपूर्व चित्रण पेश किया कि दर्शकों ने दाँतो तले उंगली दबा ली। इस चार दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव ने भावी पीढ़ी को विश्व एकता व विश्व शान्ति की राह दिखाकर अपनी सार्थकता सिद्ध कर दी है।

इससे पहले आज तीसरे दिन का शुभारम्भ ‘परपज ऑफ टुडेज एजुकेशन’ विषय पर सारगर्भित परिचर्चा से हुआ, जिसके माध्यम से देश-विदेश से पधारे छात्रों ने भरपूर प्रेरणा ग्रहण की। सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास किये जाने चाहिए जिससे प्रत्येक बालक को घर व विद्यालय दोनों जगह विश्व एकता एवं विश्व शान्ति के विचार मिल सके। उन्होंने कहा कि विश्व बन्धुत्व की भावना के विकास द्वारा वसुधा कुटुम्ब का स्वप्न साकार करने में सहायता मिलेगी। ‘रिफलेक्शन-2017’ के तीसरे दिन प्रतियोगिताओं का दौर लीग ऑफ नेशन्स (ग्रुप डिस्कशन) प्रतियोगिता से हुआ। इस प्रतियोगिता में 21 छात्र टीमों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता के अन्तर्गत इन प्रतिभागी छात्रों ने विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए समूह परिचर्चा की और ऊर्जा, जल संरक्षण, सस्टेनबल डेवलपमेन्ट इत्यादि मुद्दों पर सारगर्भित विचार रखे। कुवैत, चीन, सिंगापुर, श्रीलंका, नेपाल, नार्वे, स्लोवेनिया, यूक्रेन, मंगोलिया इत्यादि देशों को प्रतिनिधित्व करते हुए छात्रों ने बताया कि पीने योग्य पानी, स्वच्छता, समुद्री प्राणियों की रक्षा, गुणात्मक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं। समूह परिचर्चा के दौरान प्रतिभागी छात्रों ने एक-दूसरे के द्वारा पूछे गये प्रश्नों का अनुकूल जवाब दिया। इंडीवर (प्रोजेक्ट ऑफ कम्युनिटी सर्विस) प्रतियोगिता में 18 छात्र टीमों ने प्रतिभाग किया एवं पावर प्वाइन्स प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि विद्यालय किस प्रकार के सामाजिक विकास के कार्यक्रमों में रचनात्मक भूमिका निभा सकते हैं। रुस्तमजी इंटरनेशनल स्कूल, जलगांव, महाराष्ट्र के छात्रों ने बताया कि उनके विद्यालय के छात्रों ने पूरे शहर में पौधे लगाए हैं। इसके अलावा, छात्र बैंकों में जाकर ऐसे बुजुर्ग लोगों की मदद करते हैं जिन्हें फार्म भरने में परेशानी होती है। एम.जी.एम. हायर सेकेण्डरी स्कूल, बोकारो, झारखंड के छात्रों ने बताया कि वे वयस्क शिक्षा, पर्यावरण सुरक्षा इत्यादि पर कार्य कर रहे हैं। इसी प्रकार कई अन्य विद्यालयों के बच्चों ने सामाजिक विकास के कार्यों में अपनी रूचि प्रकट की।

सीनियर वर्ग की प्लैटो पॉन्डरिंग्स (भाषण) प्रतियोगिता भी अत्यन्त रोचक व सारगर्भित रही, जिसमें छात्रों ने इतिहास के प्रचलित एवं प्रमुख व्यक्तियों की वेशभूषा में प्रस्तुत होकर उनके विषय में बताया एवं इस जजों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया। प्रतियोगिता में 30 छात्र टीमों ने प्रतिभाग किया तथापि छात्रों ने प्लेटो, अरस्तू, कार्ल मार्क्स, न्यूटन, अब्राहम लिंकन आदि को एक बार फिर से मंच पर जीवन्त कर दिया। अपरान्हः सत्र में आयोजित आस्ट्रा ग्रेस (कोरियोग्राफी) प्रतियोगिता ने दर्शकों में ऐसा उल्लास जगाया कि तालियों की गड़गड़ाहट से ऑडिटोरियम गंुजायमान हो उठा। ‘हिस्ट्री इज नाट अबाउट डेट्ा एण्ड प्लेसेज एंड वार्स, इट इज अबाउट द पीपल हू फिल द स्पेसेज बिटवीन देम’ विषय पर आयोजित इस प्रतियोगिता में जूनियर और सीनियर सेक्शन के छः छात्रों की टीम ने हिस्सा लिया। देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने तीन मिनट की नृत्य नाटिका की प्रस्तुति में इतिहास की किसी एक महत्वपूर्ण घटना को मंच पर अभिनय, नृत्य, संगीत के संुदर संगम द्वारा प्रस्तुत किया। इस प्रतियोगिता में 20 प्रतिभागी छात्र टीमों ने अपने अभिनय कौशल का ऐसा जादू चलाया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि यह अन्तर्राष्ट्रीय महोत्सव बड़ी ही सफलतापूर्वक अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। ‘रिफलेक्शन-2017’ का समापन कल 22 अगस्त, मंगलवार को अपरान्हः 2.30 बजे सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में ‘पुरस्कार वितरण समारोह’ के साथ होगा, जिसमें देश-विदेश के विजयी प्रतिभागियों को शील्ड, मैडल, सार्टिफिकेट आदि प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा। इस अवसर पर सी.एम.एस. छात्र देश-विदेश से पधारी छात्र टीमों के सम्मान में रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इससे पहले, प्रातःकालीन सत्र में इण्टरनेशनल हिस्ट्री ओलम्पियाड का फाइनल राउण्ड (क्विज) आयोजित किया जायेगा।

 

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