दोबारा निर्विरोध चुने गए शशांक मनोहर आईसीसी के चेयरमैन

चुनावी प्रक्रिया के मुताबिक आईसीसी निदेशकों में से प्रत्येक को एक उम्मीदवार को नामित करने की अनुमति होती है। उम्मीदवार वर्तमान या पूर्व आईसीसी निदेशक होना चाहिए। जिस नामित को दो या इससे अधिक निदेशकों का समर्थन मिलता है वह चुनाव लड़ने के योग्य माना जाता है।
मनोहर के मामले में में स्थिति अलग बनी और वह नामित किए जाने वाले अकेले उम्मीदवार बने। चुनाव प्रक्रिया को देख रहे ऑडिट कमेटी के चेयरमैन एडवर्ड क्विनलैन ने प्रक्रिया पूर्ण होने और मनोहर के सफल उम्मीदवार होने की घोषणा की।
मनोहर का दूसरे कार्यकाल के लिए चुना जाना पिछले महीने कोलकाता में आईसीसी की तिमाही बैठक में ही तय हो गया था, क्योंकि उनकी उम्मीदवारी का किसी ने विरोध नहीं किया था।
पिछले दो वर्षों में मनोहर ने खेल में कई महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने 2014 के प्रस्ताव को पलट दिया था। संशोधित शासन ढांचा लागू किया, जिसमें आईसीसी की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक की नियुक्ति भी शामिल है।
घोषणा के बाद मनोहर ने कहा, ‘आईसीसी का फिर से चेयरमैन चुना जाना सम्मान की बात है तथा मैं अपने सहयोगी आईसीसी निदेशकों का उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करता हूं। पिछले दो वर्षों में हमने मिलकर आगे कदम बढ़ाए हैं और मैंने 2016 में नियुक्ति के समय जो वादे किए थे, उन्हें पूरा किया है।’